गर्व कीजिए अपने पुरखों पर: अतुल्य भारत के अशिक्षित किसानों की उन्नत सोच और हमारी सभ्यता की मानवीय संवेदना..!
हल खींचते समय यदि कोई बैल गोबर या मूत्र करने की स्थिति में होता था तो किसान कुछ देर के लिए हल चलाना बन्द करके बैल के मल-मूत्र त्यागने तक खड़ा रहता था ताकि बैल आराम से यह नित्यकर्म कर सके, यह आम चलन था