कुम्भ का मानसिक दृष्टि से महत्व

प्रस्तावना : कुम्भ मेला भारतीय संस्कृति और धार्मिक आस्था का महान प्रतीक है, लेकिन इसका महत्व केवल आध्यात्मिकता तक सीमित नहीं है। यह मानसिक स्वास्थ्य,...

कुंभ मेले का आयोजन : राजस्व का स्रोत या अपव्यय

प्रस्तावना : कुंभ मेला, जिसे महाकुंभ के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय संस्कृति और धर्म की महानता का प्रतीक है। यह केवल...

कुंभ मेले में सनातन धर्म को सरल भाषा में समझने का अनमोल अवसर !

सनातन संस्था द्वारा ‘सनातन संस्कृति प्रदर्शनी’ का आयोजन! प्रयागराज – सनातन धर्म, संस्कृति और परंपराओं के वैज्ञानिक और आध्यात्मिक आधार को समझाने वाली ‘सनातन संस्कृति...

एम. एफ. हुसैन की हिंदू देवी देवताओ के अपमानजनक चित्रों की प्रदर्शनी पर  तत्काल कार्रवाई करने हेतु  हिन्दू जनजागृति समिति की मांग !

दिल्ली आर्ट गैलरी में आयोजित “हुसैन: द टाइमलेस मॉडर्निस्ट” प्रदर्शनी को तत्काल रोकने और आयोजकों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की मांग हिंदू जनजागृति...

भारत को विश्व में सर्वोच्च स्थान पर पहुंचाने में ‘सनातन आश्रम’ का योगदान सबसे बड़ा होगा! – प.पू. स्वामी गोविंददेव गिरिजी

स्वामी गोविंददेव गिरिजी और सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवले जी की ‘सनातन आश्रम’ में हृदयस्पर्शी भेंट ! सनातन संस्था के आश्रम में आकर, इस पुण्यभूमि...

हिन्दू राष्ट्र समन्वय समिति के माध्यम से हिन्दू राष्ट्र का जन आंदोलन खड़ा करने का निर्धारण !

मथुरा – हिन्दूहित के उपक्रमों को गति प्रदान करने के लिए ‘हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ उत्साहपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ । अधिवेशन में “हिन्दू राष्ट्र समन्वय...

काशी और मथुरा के न्यायालयीन विवाद की फास्ट ट्रैक कोर्ट द्वारा सुनवाई की मांग !

वृन्दावन, मथुरा (उत्तर प्रदेश), 30 नवम्बर 2024: उत्तर भारत के वृन्दावन स्थित बालाजी धाम में हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा आयोजित उत्तर भारत हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन...

कार्तिक पूर्णिमा के दिन क्यों मनाई जाती है देव दीपावली? जानिए इस दिन का धार्मिक एवं आध्यात्मिक महत्व :

हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह तिथि भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने और आशीर्वाद पाने के...

हिन्दू जनजागृति समिति का अनोखा उपक्रम ! त्रिपुरारी पूर्णिमा पर ‘एक दीप हिन्दू राष्ट्र के लिए’!

त्रिपुरारी पूर्णिमा के शुभ अवसर पर मंदिरों और घरों में दीप जलाकर हिन्दुओं ने इस वर्ष भी दीपोत्सव मनाया । इस उपलक्ष्य में देश...

गोवत्स द्वादशी का महत्त्व

28 अक्टूबर को गोवत्स अर्थात वसुबारस द्वादशी है । यह दीपावली के आरंभ में आती है । यह गोमाता का सवत्स अर्थात उसके बछड़े...