प्रयागराज के महाकुंभ मेले में संत-महंतों की भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की एकमुखी मांग!

अखिल भारतीय धर्मसंघ और हिंदू जनजागृति समिति द्वारा ‘हिंदू राष्ट्र अधिवेशन’ संपन्न! वैधानिक संघर्ष, हिंदू मंदिरों का सरकारीकरण, धार्मिक उत्सवों के दौरान हिंदुओं पर...

पेशवाई : नागा साधुओं के क्षात्रतेज की अलौकिक परंपरा !

प्रयागराज के कुंभ पर्व के उपलक्ष्य में वर्तमान में विभिन्न अखाडों की ओर से निकाली जानेवाली ‘पेशवाई’ के उपलक्ष्य में …   किसी भी...

भावी युवा पीढ़ी के समक्ष चुनौतियां, समस्या एवं समाधान – स्वामी विवेकानंद जयंती पर विशेष !

स्वामी विवेकानंद भारतीय विचारक, योगी एवं आध्यात्मिक गुरु थे। स्वामी विवेकानंद जयंती 12 जनवरी को है । 12 जनवरी का दिन भारत में ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’...

नवरात्रि में देवी द्वारा धारण किए गए नौ रूप एवं उनकी कार्यानुसार विशिष्टताएं !

युगों युगों से नवरात्रि का व्रत किया जाता है। इन नौ दिनों में देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है । नवरात्रि...

सर्वपितृ अमावस्या का महत्त्व

प्रति वर्ष श्राद्ध विधि करना यह हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण आचार धर्म है एवं उसका महत्व अनन्य साधारण है। पुराणकाल से चलती आ...

श्राद्ध में भोजन परोसने की पद्धति !

‘देवकर्म में सर्व विधियां देवता का आवाहन करने के लिए होती हैं, जबकि पितृकर्म में प्रत्येक विधि पितरों का आवाहन करने के लिए की...

पितृपक्ष और श्राद्धकर्म : पितृऋण चुकाने का सहज एवं सरल मार्ग !

हिंदू धर्म में उल्लेखित ईश्वरप्राप्ति के मूलभूत सिद्धांतों में से एक सिद्धान्त ‘देवऋण, ऋषिऋण, पितृऋण और समाजऋण’ इन चार ऋणों को चुकाना है। इनमें...

श्री कृष्ण भक्तों का महापर्व – जन्माष्टमी

पुराणों के अनुसार सतयुग, द्वापर, त्रेता और कलयुग इन चार युगों में समयकाल विभाजित है। द्वापर युग में युगपुरूष के रूप में असमान्य शक्तियों...

भगवान शिव की उपासना के लिए सबसे उत्तम मास – श्रावण मास

भगवान शिव के प्रिय मास सावन या श्रावण मास में भगवान शिव और उनके परिवार की विधिपूर्वक पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के...

रामराज्य के लिए साधना करने के साथ-साथ भ्रष्टाचार, अनैतिकता और अराजकता से लड़ना चाहिए! – सदगुरु डॉ चारुदत्त पिंगले, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिंदू जनजागृति समिति

व्यक्तिगत जीवन में साधना करने से अंतरात्मा में रामराज्य की स्थापना होगी; परंतु सामाजिक और राष्ट्रीय जीवन में रामराज्य की स्थापना के लिए हमें...

गुरु अर्थात ईश्वर का साकार रूप ! 

ईश्वर एवं गुरु एक ही हैं। गुरु अर्थात ईश्वर का साकार रूप एवं ईश्वर अर्थात गुरु का निराकार रूप। अधिकोष अर्थात बैंक की अनेक...