काशी में भगवान शिव का भव्य मंदिर बनवा कर मोदी सरकार ने पूरे देश में वाहवाही बटोरी है और सनातन प्रतिष्ठा को बुलंद किया है। आखिर ऐसे ही हर एक शख्स काशी का दीवाना नहीं है ..आपको बता दें कुछ समय पहले प्रमुख बलूच नेता ने खुद को हिंदू बताते हुए काशी में अंतिम सांस लेने की बात कही थी। बलूच आंदोलन के लीडर अहमार मुस्तिखान ने खुद को हिंदू बताते हुए मोक्ष की नगरी काशी में अंतिम सांस लेने की इच्छा जाहिर की थी।
उन्होंने एक ट्वीट जारी कर भारतीय संदर्भों, संस्कारों और मूल्यों के प्रति अपनी भावनाएं जाहिर की थी। वाशिंगटन में रहकर बलूचिस्तान की आजादी के मिशन की अगुआई कर रहे बलूच नेता अहमार मुस्तिखान ने ही पूर्व में कुलभूषण जाधव के अपहरण और पाकिस्तानी साजिशों का पर्दाफाश किया था।
अपने ट्विटर हैंडल से उन्होंने लिखा था कि-‘नमस्कार, भारतीयों के लिए भारत माता की जय। मैं भारतीय हूं क्योंकि मेरा जन्म भारतीय महाद्वीप की परिस्थितियों में हुआ लेकिन, अब फिलहाल अमेरिकी हूं। अगर आप मेरी त्वचा को खरोंचते हैं तो आपको एक भारतीय हिंदू का खून मिलेगा। मैं वाराणसी में अपनी आखिरी सांस लेना चाहता हूं।’
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