देश के कई राज्य इस समय दंगे की आग में जल रहे हैं. राजस्थान से शुरू होते-होते हिंसा दिल्ली तक जा पहुंची. मध्यप्रदेश के खरगोन में रामनवमी के जुलूस के दौरान हिंसा का जो भयावह रूप दिखा वो वाकई चिंता का विषय था लेकिन शिवराज सरकार से जिस तरह से दंगाइयों को सबक सिखाया वो काबिले तारीफ है.
जिस तरह से हिंसा की चपेट में देश के कई राज्य जल रहे हैं वहीं योगी जी के उत्तर प्रदेश में हर तरफ शांति है. वहीं इतिहास के पन्नों में झांके तो जब भी देश में सांम्प्रदायिक तनाव की शुरुआत हुई है तो वो यूपी से हुई है. इस बीच भले ही देश के तमाम प्रदेशों में सांम्प्रदायिक तनाव की ख़बरें सामने आ रही हैं लेकिन यूपी में हर तरफ माहौल शांत है. नवरात्रि-हनुमान जन्मोत्सव और रमज़ान सभी त्योहार एक साथ मनाए जा रहे हैं लेकिन कहीं से भी कोई घटना सुनने को नही मिली ..
दिल्ली, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, बिहार, गुजरात, राजस्थान और झारखंड जैसे राज्यों से आ रही सांम्प्रदायिक घटनाओं की वजह से देश का माहौल खराब हो रहा था. उत्तर प्रदेश जिसे 2017 से पहले सबसे संवेदनशील प्रदेश माना जाता था लेकिन आज देशभर में तनाव के बावजूद यहां सब शांत है. शायद यही वजह है कि राज्य की जनता को बेहतर कानून व्यवस्था देने के इनाम में यूपी की जनता ने योगी आदित्यनाथ जी को दूसरी बार मुख्यमंत्री बनाया है. इसमें कोई शक नहीं कि बेहतर कानून व्यवस्था और प्रदेश को दंगा मुक्त करने में योगी सरकार ने एतिहासिक सफलता हासिल की है. आंकड़े भी बताते हैं कि जो उत्तर प्रदेश हर दौर में दंगों और हिंसा की आग में जलता रहा वहीं 2017 के बाद से सांम्प्रदायिक दंगे या बड़ी हिंसा की घटना सामने नहीं आई है.
बड़े-बड़े माफिया और गैंगस्टर जिनकी सपा-बीएसपी की सरकार में तूती बोलती थी उनको योगी सरकार ने घुटनों पर लाकर खड़ा कर दिया . कितने ही खुंखार अपराधियों की अवैध संपत्तियों पर योगी जी का बुलडोजर चला तो कई अपराधी मुठभेड़ में मारे गए. वहीं कुछ ऐसे भी माफिया थे जो सत्ता की संरक्षण में पल रहे थे वे आज सलाखों के पीछे है. क्योंकि ये पूरा देश जान चुका है कि योगी जी के उत्तर प्रदेश में तोड़फोड़ और दंगे फ़ैलाने वालों की योगी जी ऐसी खातिरदारी करते हैं कि उनकी सात पुश्ते याद रखती हैं. शायद योगी जी की गुड गवर्नेस का ही असर है कि जहां कुछ राज्यों में रामनवमी-हनुमान जन्मोत्सव के दौरान हिंसा की खबरे आयी वहीं यूपी में हर तरफ शांति है .
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