आज मरहूम खराब आहत मियाँ होते तो फरमाते :


लगा देंगे आग पूरी दुनिया को ,मज़हब के नाम पे 
56 देश सब निठल्ले, हमें दूसरा कोई काम थोड़ी है 

अबे वे तो प्यारे दुलारे हो लिए और जितना चीख चीख कर हिन्दुस्तानियों को गरियाते थे उनके लिए तो 72 प्लस , बोले तो बोलस के साथ , बनता ही बनता है | मगर इधर एक आलू गोलू थोळू उबले हुए साईर मिया और उबाल खाए बैठे हैं | 

सिर्फ बुर्का छाप बीड़ी जिंदगी भर पीने वाले साईर साब ने कहा , हाँ हाँ हम भी होते तो मार देते , अजी काट देते | कट्टे बम चाक़ू उस्तरे सब लेटेस्ट हथियार लेकर टूट पड़ते | वे कार्टून बना कर जान बूझ कर हमें उकसाते हैं | 

चिचा ओ चिचा , रुकिए न | सुनिए जहां तक उसको मारने मराने की बात है तो 


काहे से कि कुल 500 तो परमाणु बम ही बनाकर रखे हुए है भाई , ऊपर से हवाई जहाज सब भी उहे है , वही राफेल जिसका नाम सुन कर पाकिस्तान की मैयत सज गयी है और चीन की कब्र खुद गई है | 

उस फ्रांस को आप उड़ा देंगे -बहुत अच्छे | किस चीज़ से ??? वही दो लाइन की कव्वाली चेंप के ?? अरे चिचा सुनिए न , काहे से पूरा जिनगी जो लेमिनेशन पन्नी ओढ़े रहे ,वही में रहते न , अब आप लोग भी ऐसे पगले आजम बने घूमिएगा 


चलते चलते सुनते जाइये ज़रा :-

फट गए , फटा गए कई जेहाद के रस्ते पर 
यूँ रोज़ फटना चिटना ,काम आसान थोड़ी है 
तो मरते खपते यूँ ही रहो तुम जाहिलों
दुनिया में इतना भी कम कब्रिस्तान ,थोड़ी है 

जय श्री राम | जय हिन्द 

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