वीर सावरकर : बहुआयामी व्यक्तित्व…

वीर सावरकर : बहुआयामी व्यक्तित्व… वीर सावरकर बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। वह एक लेखक, कवि, समाजसेवी, राजनीतिज्ञ, स्वतंत्रता सेनानी, वक्ता, दार्शनिक, रणनीतिकार और...

राष्ट्र की सेवा ही ईश्वर की सेवा है

हमारे शास्त्रों में दिया गया और हमारे ऋषियों द्वारा समय-समय पर दोहराया जाने वाला मंत्र है “राष्ट्र की सेवा ही ईश्वर की सेवा है।”...