कल बंगाल के चुनाव परिणाम आये और बंगाल में हिंसा शुरू हो गयी। ये खबरे मीडिया नहीं लेकिन सोशल मीडिया पर आ रही है। लोग लाइव वीडियोस और फोटोज दाल रहे है।
चुनाव रिजल्ट के पहले से ही खबरे आ रही थी की चुनाव के बाद हिंसा होगी और खूब होगी, जो लोग ये अनुमान लगा रहे थे वो सही साबित हो रहे है। लेकिन आज एक अजीब सी रिक्वेस्ट सोशल मीडिया पर दिखाई दे रही है की “अमित शाह” अपने कार्यकर्त्ता को बचाओ। लेकिन अमित शाह कैसे बचा सकते है, ये लोकतंत्र है और अब पुलिस ममता के पास है।
अब अगर बचना है तो खुद कुछ करना होगा। ममता को दिखाना होगा की हम “जय श्री राम ” कहते है लेकिन हम “श्री कृष्ण” को भी पूजते है और “परशुराम” को भी।

अब बीजेपी कार्यकर्ता और सारे हिन्दू संघटनो को एक होकर लढना होगा। उसके लिए फिर हथियार ही न क्यों उठाना पड़े। ममता को बताना होगा की वो “अमर” नहीं है। इस देश में जिसने जिसने अत्याचार किये है उसे मरना पड़ा है। चाहे वो गाँधी हो, इंदिरा हो या फिर कोई और हो।
क्या हो जायेगा ज्यादा से ज्यादा जेल होगी या मार दिए जाओगे, आज भी तो मर ही रहे हो तो फिर मार के मारो।

Mamta you are not immortal

ममता कल मत कहना की कोई “गोडसे पैदा हो गया”
हर कालयुग में गोडसे पैदा होते रहे है और होते रहेंगे तुम जितना जल्दी बाज आ जाओ उतना अच्छा है

सुधर जाओ ममता अभी भी वक्त है

जय हिन्द

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