अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन के पूर्णधार कहे जाने वाले रामचंद्र परमहंस की समाधि स्थल को भी बनाया जाएगा पर्यटक स्थल उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अयोध्या आने वाले पर्यटकों और राम भक्तों को राम जन्मभूमि आंदोलन के नायको से परिचित कराने की तैयारी में है। जहां एक तरफ राम जन्मभूमि परिसर में राम जन्मभूमि आंदोलन में शामिल रहे या अपनी जान गवाने वाले कारसेवकों और सक्रिय सदस्यों के नाम लिखा शिला पट लगाने की तैयारी है तो दूसरी तरफ प्रदेश की सरकार अब राम जन्मभूमि आंदोलन के मुखिया और दिगंबर अखाड़े के महंत रामचंद्र परमहंस की समाधि को भव्य पर्यटक स्थल में तब्दील करने जा रही है । जिससे पूरी दुनिया से अयोध्या आने वाले पर्यटक राम मंदिर आंदोलन और उसमें योगदान देने वाले रामचंद्र परमहंस के बारे में जान सके और उनके बलिदान को हमेशा अपनी स्मृतियों में सहेजे रहेंगे।
राम मंदिर आंदोलन में अयोध्या के दिगंबर अखाड़े का खासा महत्व है यहीं से राम मंदिर आंदोलन की कार्ययोजना तय की जाती थी । यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के गुरु और गोरक्ष पीठ के पीठाधीश्वर महंत अवैद्यनाथ अक्सर इसी दिगंबर अखाड़े में रामचंद्र परमहंस के साथ आंदोलन की कार्ययोजना तय करते थे और उसके अनुसार दिशा निर्देश देते थे हालांकि बाद में रामचंद्र परमहंस का अस्थाई ठिकाना समाधि का वह स्थान बना जहां पर राम मंदिर के लिए शिलाएं तराशी जाती थी । राम मंदिर के लिए शिला पूजन कार्यक्रम हो या फिर अलग-अलग आंदोलन और गतिविधियां सब यहीं से संचालित होती थी । दिगंबर अखाड़े में ही रामचंद्र परमहंस के प्राण त्यागने के बाद उनकी समाधि सरयू के घाट पर ही बनाई गई । मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी की रामचंद्र परमहंस से बड़ा लगाव था और वह भी अपने गुरु महंत अवैद्यनाथ के साथ दिगंबर अखाड़ा आते जाते रहते थे। मुख्यमंत्री बनने के बाद भी आदित्यनाथ योगी जब अयोध्या आए तो दो बार रामचंद्र परमहंस की समाधि पर जा चुके हैं और समाधि स्थल के सौंदर्यीकरण की बात कर चुके हैं। अयोध्या में राम मंदिर फैसले के पूर्व ही योगी अपने संबोधन में कई बार कह चुके हैं कि राम मंदिर बनना ही रामचंद्र परमहंस जी को सच्ची श्रद्धांजलि मानी जाएगी।
और अब रामचंद्र परमहंस को सच्ची श्रद्धांजलि देने का समय भी आ गया है यही कारण है कि अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामचंद्र परमहंस की समाधि स्थल को पर्यटक स्थल में तब्दील करने जा रही है इसके तहत ना सिर्फ समाधि स्थल का सौंदर्यीकरण किया जाएगा बल्कि आसपास की भूमि में पार्क का निर्माण भी किया जाएगा । इसीलिए अयोध्या के पर्यटन अधिकारी कहते हैं इस बारे में शासन को प्रस्ताव भेज दिया गया है और धन आवंटित होते ही इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा सरयु का किनारा होने के कारण अयोध्या आने वाले पर्यटक यहां पर बैठ सकेंगे और आनंद ले सकेंगे ।
संबोधन- राजेंद्र यादव जिला पर्यटन अधिकारी …. माननीय मुख्यमंत्री जी ने परमहंस समाधि स्थल के सुंदरीकरण के आदेश दिए थे जिस के क्रम में आग्रह शासन भेजा गया है जैसे ही धनराशि प्राप्त हो जाएगी उसका भी काम शुरू हो जाएगा वहां पर जहां समाधि स्थल है उसका सुंदरीकरण किया जाएगा उसके बाद आसपास पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा जहां अयोध्या आने वाले पर्यटक वहां पर बैठ सकेंगे वहां का आनंद ले सकेंगे सरयू का किनारा है बहुत अच्छा लगेगा
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