कोई व्यक्ति जो स्वयं को शिक्षित और देश के प्रतिष्ठित शिक्षा संसथान से डिग्री लेकर , प्रशासकीय सेवा में रहने के बाद पिछेल छह वर्षों से देश की राजधानी दिल्ली का मुख्यमंत्री हो और दिन रात टीवी पर बात बेबात अपना चेहरा चमकाने आ जाता हो वो यदि लगातार अपने पीछे तिरंगे को लगा कर रखता है तो उसके पीछे भी कोई घिनौनी सोच और साजिश हो सकती है शायद ही किसी ने इस ओर ध्यान दिया हो और सोचा हो

अब गौर से इस तस्वीर को देखिये और गोल घेरे में चिन्हित स्थान को भी। आप अपने से पूछ कर देखिये कि आपने ऐसा तिरंगा अपने जीवन में कभी देखा है ?? मकसद भी साफ़ समझ में आ गया होगा कि फ्रेम में हरे रंग को रखने के लिए ( अब ये बताने की जरुरत नहीं है कि हरा रंग किन्हें खुश करने के लिए ऐसे रखा गया है ) तिरंगे के साथ छेड़छाड़ की गई है , और ये सरासर अपराध है। किसी राज्य के मुखिया जैसे प्रशासनिक पद पर रहते हुए ये करना और भी अधिक गंभीर अपराध है।

और इसी बात का संज्ञान लेते हुए एक केंद्रीय मंत्री ने राज्यपाल को पत्र लिख कर न सिर्फ आपत्ति जताई है बल्कि ये भी कहा है कि केजरीवाल जानबूझ कर एक विशेष मकसद से इस अपराध को अंजाम दे रहे हैं। मुस्लिम तुष्टिकरण में ये लोग इतने अंधे हो गए हैं की जब देश के सम्मान और सुरक्षा , देश की सेना , पुलिस सब पर लांछन लगाते हैं उन्हें बदनाम करते हैं तो फिर ऐसे में तिरंगे की तो बिसात ही क्या है ??

और इनकी हिम्मत और हिमाकत देखिये कि ये अपराध ये ढके छुपे रूप से नहीं बल्कि बाकायदा टीवी पर सार्वजनिक रूप से कर रहे हैं और रोज़ कर रहे हैं। यदि बारीकी से इसे न देखा जाता और न देखा जाए तो इनकी ये धूर्तता जल्दी पकड़ में भी नहीं आने वाली थी।

संजय सिंह जो संसद में अपनी अभद्रता और उदंडता का प्रदर्शन कई बार कर चुके हैं , इनके विधायक और निगम पार्षद जिन पर गंभीर आपराधिक मुक़दमे चल रहे हैं उनके अगुआ से कोई ये उम्मीद भी कैसे करे कि इस अपराध के लिए सज़ा पाना तो दूर वे इसके लिए क्षमा भी मांगेंगे।

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