पिछले दो वर्षों में या कहें की कोरोना काल में इस असाध्य बीमारी के अलावा हिंदी सिनेमा जगत में घटी कुछ घटनाओं /अपराधों और सबसे बढ़ कर उसमें से निकल कर आने वाला बेहद काले और घिनौने सत्य ने आम जनों के सामने वो सब कुछ रख दिया जिसने पिछले तीन दशकों में हिंदी सिने जगत को एक माफिया के रूप में बदल कर रख दिया था। बॉलीवुड में धीरे धीरे यौन उन्मुक्तता , हिंसा , गाली गलौज , समाज का गलत चित्रण और प्रयोगों के नाम पर उलजलूल नंगापन दिखाने की प्रवृत्ति तो खैर धीरे धीरे पनप ही रही थी किन्तु हालात इस कदर खराब हैं ये किसी ने सोचा नहीं था।
एक के बाद एक नवोदित अभिनेता अभिनेत्रियों की संदेहास्पद मौत , उनके पीछे घटने वाली घटनाएं या किए जा रहे अपराध , पूरा हिंदी सिने जगत का शराब से लेकर खतरनाक ड्रग्स तक की गिरफ्त में रहना , अश्लील और नशे की रेव पार्टियां और इन सबके बीच गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों से हिंदी सिनेमा में काम करने आए तरुणों युवाओं युवतियों का दैहिक मानसिक शोषण। सबसे बड़े दुःख की बात ये रही कि अधिकाशं लोग स्वयं ही इन सबमे लिप्त मिले और जो नहीं थे वे भी प्रत्यक्ष परोक्ष रूप से इस नशेड़ी और चरित्रहीन हो चुके बॉलीवुड के समर्थन में खड़े दिखे।
आम लोग जो पहले ही कोरोना काल की त्रासदी झेल रहे थे , जब उनके सामने एक एक करके ये सच बाहर निकल कर आना शुरू हुआ और सोशल नेट्वर्किंग साइट्स पर इन सबके पीछे चलाए जा रहे हिन्दू विरोधी , सनातन विरोधी एजेंडे का खुलासा शुरू हुआ तो सभी ने एक मत से मन बना लिया कि , देश के करोड़ों लोगों के पैसे और दी हुई इज्जत का उन्हें ये सिला मिल रहा है कि देश समाज के साथ उनके कठिन और बुरे दिनों में खड़ा होना तो दूर ये तो एक अलग ही गटर में पड़े हुए हैं , ठीक तभी से बॉलीवुड के बुरे दिन आने शुरू हो गए , रही सही सारी कसर पूरी हो गई जब सिनेमा और मल्टीप्लैक्स को कोरोना के कारण लम्बे समय तक बंद कर दिया गया।
लोगों ने इसके बाद जो तेवर दिखाए उसने बड़े बड़े अभिनेता अभिनेत्रियों , निर्माता निर्देशकों सबको सड़क पर ला पटका , क्या महेश भट्ट क्या संजय दत्त , क्या आमिर खान क्या अक्षय कुमार , किसी को भी नहीं बख्शा गया। जो भी इस एजेंडे का हिस्सा बना हुआ दिखा उसे फिर अर्श से फर्श पर लाने में देर नहीं लगाई।
इसी एजेंडे पर चलते हुए आमिर खान ने जब घोषणा की कि उनके द्वारा बनाई जा रही फिल्म में “करीना कपूर खान ” को सीता माता का रोल प्रस्तावित किया गया है तभी से फिर लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुँच गया। हैश टैग करीना का बायकॉट करो चलाया जाने लगा। जो अपने वास्तविक जीवन में अपनी संतान का नाम तैमूर औरंगजेब रख सकती है उसे सीता माता में कितनी आस्था होगी ये आसानी से समझा जा सकता है। अंततः , हाल में ” सीता ” के नाम से बनने वाली फिल्म में इस रोल के कंगना राणावत के नाम की घोषणा की गई है।
कभी “आई एम् खान एंड आई एम् नॉट ए टेररिस्ट ” और “रईस ” जैसे फिल्मों के माध्यम से अपना मुगलई एजेंडा चलाने वाले शाहरुख खान ने अब भारी भरकम लागत से “पठान ” बनाने की घोषणा की है जो जल्दी ही परदे पर रिलीज़ होने वाली है। करोड़ों की लागत से बनने वाली इस फिल्म पर शाहरुख का बहुत कुछ दाँव पर लगा हुआ है। मगर लोगों के मूड को देखें तो शाहरुख को भी अब दिवालिया होने की तैयारी कर लेनी चाहिए क्यूँकि समाचार माध्यमों और सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर इस फिल्म के बहिष्कार करने की मुहिम चल पड़ी है और इसे नापसंद करने वालों की संख्या दिनों दिन बढ़ती चली जा रही है।
बॉलीवुड और इनके सारे ठेकदार माफियाओं को अब ठीक से समझ जाना चाहिए कि वो दिन लद गए जब वे यहां के लोगों की भावनाओं , आस्था , धर्म के साथ खिलवाड़ करके करोड़ों रूपए के वारेन्यारे किया करते थे। इसलिए अब न तो करीना खान चलेगी न शाहरुख पठान – Mind-it
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