सिर्फ एक हैशटैग #savehindus से अधिक और कुछ बचा नहीं रहेगा कुछ दिनों बाद , बांग्लादेश में हिन्दुओं को पूरी योजना बना कर उनका नरसंहार करने के इस जघन्यतम अपराध की याद में , और यही तो हो रहा है न पिछले कुछ सालों से जम्मू कश्मीर में नाम पूछ पूछ कर एक एक गरीब , बूढ़े , मजदूर को हिन्दू होने की सज़ा उसे मौत के घाट उतार कर दी जा रही हो या फिर पश्विम बंगाल से लेकर बांग्लादेश तक पूरी बस्तियों की बस्तियां ,मोहल्ले , शहर गाँव सब कुछ लूट कर हिन्दुओं को दर बदर और बेदखल किया जा रहा रहो।
इससे थोड़ा और पीछे चलते हैं , किसान आंदोलन हो तो उसमें हिन्दुओं की बहु बेटियों को सरे आम गाली दी जाती है और नागरिकता संशोधन विधेयक से संभावित खतरे को जबरन मुद्दा बना कर दिल्ली कोलकाता मुंबई समेत पूरे देश भर में दंगे फसाद की आड़ में हिन्दुओं के साथ साथ पुलिस बल पर भी हमला , मार पीट , आगजनी लूट ह्त्या और बलात्कार। सारे नृशंस अपराध , हिंसक हवसी वहशी भीड़ द्वारा किए जाते रहे हैं।
इनमे से बहुतों के घर मकान अब तक जले हुए हैं , अपनों के तन और मन पर जो घाव लगे हैं अभी उनमें से दर्द रिस कर टपक टपक कर बह ही रहा है , पश्चिम बंगाल में गाजर मूली की तरह रातों रात मार काट कर फेंक दिए गए और उनसे बच कर भाग निकले हिन्दू आज भी अपने घरों को वापस नहीं लौट पाए हैं , और शर्मनाक बात ये है कि दूसरी बार प्रचंडतम बहुमत से आई और हिन्दू हितों की रक्षा का संकल्प लेकर सत्ता सीन हुई भाजपा और उसका नेतृत्व यदि इस भयानक नरसंहार को रोक नहीं पाया तो क्या हिन्दू आज इस बात के भी हक़दार नहीं है कि उनके जले पर मरहम लगाया जा सके।
आज बांग्लादेश में जिस तरह से मुस्लिमों ने जानबूझ कर ,भारत और हिन्दुओं को ललकारने चेताने के लिए दुर्गा पूजा को निशाना बनाते हुए पूरे देश भर में हिन्दुओं का नरसंहार किया और अब भी कर रहे हैं उसके बावजूद भी देश के बाहर और अंदर भी , बैठे हुए कुछ वामी काँगी अपने सबसे उछाले गए जुमले -लिंचिंग – को आज बिलकुल भूल कर बैठे हैं तो ये समझ में आता है कि ये उनके एजेंडे के विरुद्ध है लेकिन , हिन्दू हितों के संकल्प वाली सरकार , मजबूत और दृढ़ इरादों तथा सख्त फैसले लेने से गुरेज नहीं करने वाला नेतृत्व , लाखों हिन्दू निकाय और संस्थाएं सबके होने के बावजूद कहीं भी कभी , करोड़ों हिन्दुओं वाले देश से कभी दस बीस पचास करोड़ हिन्दुओं की भी हुंकार नहीं उठी।
अपने आसपास नज़र उठा कर देखिये और समझिये , पाकिस्तान , अब अफगानिस्तान भी , बांग्लादेश और चीन भी , सब के सब अकेले अकेले और अंदर से मिल कर भी सिर्फ और सिर्फ एक ही दुश्मन को गिराने , चोट पहुंचाने , पीछे करने , डराने धमकाने में लगे हुए हैं। इसलिए ये बहुत जरूरी है कि अब हिन्दू समाज वैश्विक रूप से संगठित होकर पूरी दुनिया को और खासकर अपने आस पास वाले देशों को स्पष्ट सन्देश दे कि , सनातन समाज हिन्दू इस दुनिया में हमेशा से था और आगे भी अनंतकाल तक रहेगा , और अब सिर्फ प्रतिरोध ही नहीं प्रतिकार का रास्ता भी अपनाएगा।
दुनिया भर के मानवाधिकार संगठन , अमेरिका ,ब्रिटेन , फ्रांस , जर्मनी और आस्ट्रेलिया जैसे बड़े देश भी बांग्लादेश में हिन्दुओं के विरुद्ध किए गए इस नरसंहार और इसके बाद पूरी हिन्दू आबादी पर अब बिलकुल विलुप्त हो जाने का ख़तरा , सामने देख कर भी , सोशल नेट्वर्किंग साइट्स पर हिंसा का सारा नंगा नाच देख कर भी मुंह सिल कर सिर्फ इसलिए बैठे हैं क्यूंकि एक तो ये बांग्लादेश जैसे छोटे से देश का मामला ऊपर से वहां बचे हुए 5 प्रतिशत से भी कम हिन्दू आबादी पर हुए अत्याचार का , लिहाज़ा ये दुनिया के लिए बहुत बड़ी घटना नहीं है।
अफ़सोस होता है ये देखकर कि पश्चिमी देशों में किसी घटना दुर्घटना में संवेदना ही नहीं साथ भी देने को तैयार बैठे भारत ने भी आधिकारिक रूप से दुनिया को स्पष्ट शब्दों में सन्देश नहीं दिया कि पूरी दुनिया के हिन्दू एक ही भारत भूमि की संतान हैं फिर चाहे वे कहीं भी रहते हों ,इसलिए यदि उनपर कहीं भी धार्मिक प्रताड़ना या शोषण किया जाता है तो भारत उसका कडा प्रतिकार करेगा।
आज भी पश्चिम बंगाल में अनेक स्वयं सेवी संस्थाएं , चुनावोपरांत हुई हिंसा के बाद अपना घर बार छोड़कर पलायन कर गए हिन्दू परिवारों के खाने पीने रहने के अनथक प्रयास में लगी हुई हैं किन्तु सरकारों के पास अब तक ये फुर्सत नहीं है कि वे इनकी वापसी , पुनर्वास आदि के काम पर गंभीरता से कुछ कह कुछ कर सकें। और यही सबसे बड़ी विडंबना है।
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