उत्तराखंड में ज़िस तरह से लगातार मुस्लिम आबादी बढ़ रही है, वो चिंताजनक है। बावजूद इसके उत्तराखंड चुनाव में ये मुद्दा नहीं है..नेपाल से लगे जिलों में 2.5 गुना तक मुस्लिम आबादी में वृद्धि देखने को मिली है। बताया जाता है कि इन इलाकों में 2 साल के भीतर ही 400 मदरसे और मस्जिद बने हैं। कुमाऊँ के तीन क्षेत्र ऊधमसिंह नगर, चम्पावत और पिथौरगढ़ इस लिहाज से बेहद संवेदनशील हो चुके हैं।
कुमाऊँ मंडल के मुख्यालय नैनीताल में डेमोग्राफी बदलाव को लेकर खुफिया अलटे के बाद जाँच कमिटी गठित की गई है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में मुस्लिमों के बढ़ते दखल को लेकर एजेंसियों ने अलर्ट किया था। उच्च न्यायालय के अधिवक्ता नितिन कार्की ने इसको लेकर जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा था।
एजेंसियों का मानना है कि नैनीताल में घोड़ा, टैक्सी, नौका संचालन, टूरिस्ट गाइडिंग, होटलों इत्यादि को लीज में लेने में मुस्लिम समुदाय का दखल बढ़ा है। इनमें से अधिकतर खास मपुर, दडिय़ाल, स्वार, मुरादाबाद, बिजनौर और सहारनपुर के रहने वाले हैं। इतना ही नहीं कई संवेदनशील और प्रतिबंधित क्षेत्रों में पहले कच्चा मकान और फिर रातोंरात पक्का निर्माण करने की भी बातें सामने आई है।
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