इधर कुछ दिनों से झारखंड की राजनीति में मानो भूचाल आया हुआ है । झारखंड सरकार में जारी भ्रष्टाचार के खेल को लेकर बीजेपी ने हेमंत सरकार के नाक में दम कर दिया है। इसी बीच अब एक और ऐसा मामला सामने आया है जिससे एक बार फिर सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सरकार पर सवाल उठने शुरू हो गये हैं. दरअसल ED ने गुरुवार को हेमंत सोरेन की करीबी और खान एवं भूविज्ञान विभाग की सचिव और सीनियर IAS अधिकारी पूजा सिंघल झा और उनके करीबियों के करीब 20 ठिकानों पर छापेमारी की है।
छापेमारी के दौरान ED को लगभग 25 करोड़ रुपये कैश मिले हैं। रकम इतनी ज्यादा थी कि पैसों की गिनती के लिए मशीनें मंगवानी पड़ी। इसके साथ ही सोरेन के करीबी कारोबारी अमित अग्रवाल के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई। वहीं पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा के भी कई ठिकानों और ससुर के बिहार स्थित मुजफ्फरपुर और मधुबनी के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई। साथ ही खबर है कि IAS अधिकारी के ससुर कामेश्वर झा को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं ED की टीम ने एक साथ रांची, धनबाद, खूंटी के अलावा जयपुर, फरीदाबाद, गुरुग्राम, कोलकाता, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी और दिल्ली-NCR में छापे मारे हैं.
पूजा सिंघल जी IAS खान व उद्योग सचिव झारखंड के परिवार,मित्र,CA,गुर्गों के पास मिले पैसे की गिनती के लिए मशीन की ज़रूरत पड़ी ।मुख्यमंत्री ग़रीबों का पैसा लुटेरों की तरह लूटने वाले आपके साथ,क्या झारखंड का आंदोलन आपके पिताजी ने लुटेरों को संरक्षण देने के लिए बनाया था? pic.twitter.com/z5wWQfxW0a
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) May 6, 2022
आपको बतादें कि पूजा सिंघल 2000 बैच की IAS अधिकारी हैं और पहले खूंटी जिले में उपायुक्त के रूप में तैनात थी। पूजा सिंघल पर भ्रष्टाचार के कई आरोप पहले से हैं। उन पर राज्य के चतरा, खूंटी और पलामू जिले में उपायुक्त रहने के दौरान कई वित्तीय अनियमितताओं को अंजाम देने के आरोप हैं। पलामू जिले में उपायुक्त रहने के दौरान उन्होंने करीब 83 एकड़ भूमि एक निजी कंपनी को खनन के लिए ट्रांसफर कर दी। पूजा सिंघल पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उनके भाई और करीबियों को कौड़ियों के भाव में खान आवंटित करने का आरोप हैं।
आपको मालूम होगा कि कुछ दिनों पहले बीजेपी नेता और सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके सहयोगियों पर भूमि आवंटन में अनियमितता का आरोप लगाया था। इसी के साथ एक बार फिर हेमंत सोरेन बीजेपी के निशाने पर आ गये हैं.
और इसी के साथ मुख्यमंत्री जी का राजनीतिक जीवन समाप्त , 19 करोड़ कैश निकला, इनको 19 साल तक जेल में ठूसा जाए । जनता का खून चूसने वाले । pic.twitter.com/hoadByar7h
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) May 7, 2022
देखा जाए तो सूबे की इतनी बड़ी अधिकारी का नाम भ्रष्टाचार में सामने आने के बाद सोरेन सरकार पूरी तरह से बैकफुट पर नज़र आ रही है। वहीं बीजेपी लगातार जिस तरह से हेमंत सरकार के गड़े मुर्दे उखाड़ रही उससे सोरेन सरकार मुश्किलें दिन ब दिन बढती जा रही है.
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