मार्क्सवाद और लेनिनवाद की मौत ही चुकी हैं, अब मार्क्सवाद के नाम पर भारत को मुसलमान देश बनाने की साजिश
“रमजान किट” बांट रहे हैं धर्म को अफीम कहने वाले वामपंथी
केरल की सरकार के खिलाफ केस दर्ज, मुस्लिम देशों से कुरान मंगवा कर बंटवा रही थी खुद सरकार
मार्क्सवाद और लेनिनवाद की मौत ही चुकी हैं, अब मार्क्सवाद के नाम पर भारत को मुसलमान देश बनाने की साजिश चल रही हैं
अभी दो दिन पहले ही खुद को नास्तिक कामरेड कहने वाला उमर खालिद मुसलमानों को हथियार देने और दंगे की तैयारी करवाने के जुर्म में पकड़ा गया है और अब पता चला हैं कि केरल की कम्युनिस्ट सरकार तस्करी करके कुरान बंटवा रही हैं।
केरल सरकार को यूएई वाणिज्य दूतावास के जरिए भेजे गए खजूर और कुरान के पैकेट को स्वीकार करना भारी पड़ गया है। सरकार के खिलाफ सीमा शुल्क विभाग ने दो मामले दर्ज किए हैं। दरअसल, राज्य सरकार ने राजनयिक चैनल के माध्यम से अपने निजी इस्तेमाल के लिए कथित तौर पर यूएई द्वारा आयातित 18 हजार किलोग्राम खजूर और पवित्र कुरान की खेप को स्वीकार किया है।
इसके अलावा उन कुछ शक्तिशाली व्यक्तियों की भूमिका की भी जांच शुरू हो गई है जिन्होंने कानून का कथित रूप से उल्लंघन किया है। सीमा शुल्क अधिकारियों का कहना है कि राज्य सरकार ने अपने व्यक्तिगत उपयोग के लिए 2017 में तिरुवनंतपुरम में यूएई वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों द्वारा आयातित 18,000 किलोग्राम के खजूर को स्वीकार किया गया था।
इसी तरह यूएई वाणिज्य दूतावास द्वारा 2020 में आयातित पवित्र कुरान की खेप भी राज्य सरकार के अधिकारियों द्वारा स्वीकार की गई थी। अधिकारियों ने कहा कि ये सीमा शुल्क अधिनियम के उल्लंघन के स्पष्ट मामले हैं क्योंकि राज्य सरकार ने कर छूट प्रमाणपत्र के जरिए अपने व्यक्तिगत उपयोग के लिए राजनयिकों द्वारा लाई गई वस्तुओं को स्वीकारा गया था।
केरल के वामपंथी सरकार में मंत्री केटी जलील को केंद्रीय मंजूरी के बिना UAE से विदेशी सहायता स्वीकार करने के लिए बुक किया गया है। जलील के खिलाफ केंद्रीय जाँच हो सकती है। केंद्रीय वित्त मंत्रालय केटी जलील द्वारा विदेशी मुद्रा अधिनियम का उल्लंघन करने की जाँच की तैयारी कर रहा है। इस मामले में अब एनआईए भी एंट्री ले सकती है।
‘मातृभूमि’ की ख़बर के अनुसार, जलील ने खुद फेसबुक पर पोस्ट किया था कि उन्हें संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के वाणिज्य दूतावास से मदद मिली है। इसके आधार पर, केंद्र सरकार के पास कई शिकायतें दर्ज कराई गई थी। जलील को कुरान के वितरण से संबंधित आरोपों का भी सामना करना पड़ रहा है। केंद्रीय वित्त मंत्रालय के समक्ष केरल की कई शिकायतें आने के बाद मंत्रालय अब जाँच की तैयारी कर रहा है।
DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.