खालिस्तानियों ने भेजे कई पत्रकारों और नेताओं को पैसे, गाड़िया, लड़कियां और ड्रग और बना लिए वीडियो

देश के कई जाने माने नाम आज खालिस्तानियों द्वारा ब्लैकमेल के कारण देश विरोधी होने को मजबूर

खालिस्तानियों के पास कई बहुत बड़े बड़े नामों की वीडियो टेप?

आज अचानक कई कलाकार , नेता और पत्रकार जो 26 जनवरी को दिल्ली में हुए आतंकी हमले के बाद भी खालिस्तानी आंतकियो को बचाने का काम कर रहे हैं, झूठी खबरें दिखा रहे हैं। पुलिस को ही खलनायक बना रहे हैं। पुलिस ने गोली मारी ऐसी झूठी खबरें दिखा रहे हैं। अचानक पुरानी दुश्मनी तोड़कर देश के खिलाफ एक ही मंच पर आ रहे हैं। इसका कारण मोदी से नफरत तो है ही लेकिन इसका एक और बड़ा और भयानक कारण हैं।

खुफिया सूत्रों में चर्चा गरम है कि देश के कई बड़े बड़े नाम आज खालिस्तानियों द्वारा ब्लैकमेलिंग का शिकार है और इसीलिए देश के खिलाफ झूठी खबरे दिखाने, गलत बयान देने और दंगे भड़काने की कोशिश कर रहे हैं।

लन्दन, जर्मनी और कनाडा के कई खालिस्तानियों ने पिछले लगभग दस साल में देश के कई जाने माने नेताओं, पत्रकारों और कलाकारों को पैसे, ड्रग्स, लड़कियां और गाड़ियां दी और कमजोर स्थिति में उनकी वीडियो भी बनाई। इसमें कई पंजाबी कलाकार और कुछ बड़े पत्रकार भी उनका शिकार हुए हैं।

आज अचानक उन सभी को ब्लैकमेल किया जा रहा हैं। माना जा रहा है कि देश के एक तथाकथित सबसे बड़े पत्रकारों में से एक भी इसी ब्लैकमेलिंग का शिकार है और इसलिए लगातार पुलिस द्वारा गोली चलाई गई, ऐसा झूठ फैला रहे हैं। नौकरी जाए तो जाए, ये तथाकथित सबसे बड़े पत्रकार झूठ ही बोलेंगे क्योंकि इनकी ऐसी वीडियो खालिस्तानियों के पास है कि ये अब आतंकवादियों के गुलाम बन चुके हैं।

माना जा रहा है कि एक और बड़े नेता जो महिलाओं के प्रति अपनी कमजोरी के लिए जाने जाते है, जिनकी ज़्यादातर तस्वीरें ही महिलाओं के साथ होती हैं , वो भी खालिस्तानियों के इस जाल का शिकार हो चुके हैं।

ये नेताजी भी आजकल केवल पुलिस ने गोली चलाई, इसी झूठी खबर को ट्वीट करने में लगी हैं।

ऐसे ही एक और नेता जो खुलेआम कृषि कानूनों की तारीफ करते थे, व्यवस्था परिवर्तन का नारा लगाते थे, सबको मिला हुआ बताते थे, आज अचानक कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं, माना जा रहा हैं कि उनके द्वारा रोम में एक होटल में शराब पीकर कपड़े उतार कर नाचते हुए, पैसें उड़ाते हुए का एक वीडियो खालिस्तानियों के पास हैं।

कई कलाकार भी इसी जाल में फंसे हुए बताए जाते हैं।

एक राजनैतिक पार्टी के बड़े नेता जो पिछले पंजाब चुनाव से पहले जर्मनी में कई दिन रह कर खालिस्तानियों से मिलकर आये थे, उनके भी ऐसे कई फाइनेंशियल रिकॉर्ड खालिस्तानियों के पास बताए जाते हैं।

खुफिया सूत्रों में चर्चा है कि देश के कई नेता, पत्रकार और कलाकार इस जाल में इतना फंस चुके है कि को देश के खिलाफ कुछ भी कर सकते हैं , अपनी इज्जत बचाने के लिए।

DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.