उत्तर प्रदेश के कुख्यात डॉन और समाजवादी पार्टी जैसे राजनैतिक दल की कृपा से गुंडे से राजनेता बनकर दशकों तक उत्तर प्रदेश म अपने अपराधों का आतंक मचाने वाला मुख्तार अंसारी आज उसी उत्तर प्रदेश में लाया जा रहा है , वो भी पकड़ के लाया जा रहा है और योगी का प्रशासन व पुलिस के साथ साथ आम लोग भी मानो पूछ रहे हों – अब तेरा क्या होगा अंसारी ???

आज जब महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्य में वहाँ की मुम्बई पुलिस का कमिश्नर सीधे सीधे राज्य के गृह मंत्री पर हर महीने करोड़ों की हफ्तावसूली करने का आरोप लगा रहा है तो किसी राज्य की कानून व्यवस्था इतनी लचर हो गई है कि राज्य की मुखिया खुद पर हमला होने की दुहाई दे रही है . इन हालातों में एक राज्य की पुलिस अपने प्रशासक के अपराध व अपराधियों के खात्मे के संकल्प को पूरा करती दिख रही है -वो है उत्तर प्रदेश पुलिस .

प्रदेश के मुखिया व दृढ़ प्रशासक देश के कुछ सबसे बेहतरीन मुख्यमंत्रियों में से एक , योगी आआदित्यनाथ की राज्य पुलिस ने पिछले कुछ वर्षों में उत्तर प्रदेश से अपराधियों /बाहुबलियों का वो हश्र किया है कि अब मुख्तार अंसारी जैसे कुख्यात डॉन भी उत्तर प्रदेश तो क्या वहां की जेल में नहीं आना चाहता . इससे बचने के लिए एड़ी छोटी का जोर लगाने के बावजूद भी मियां जी को लाद कर ले आया गया है .

खुद अपनी गुंडागर्दी और आतंक से बहुत समय तक उत्तर प्रदेश में अपने पाप का साम्राज्य खड़ा करने वाले अंसारी और उसके परिवार के अंदर कानून और सजा का भय , आज पुलिस , कानून , अदालत के लिए सुकून की बात है . योगी सरकार और उत्तर प्रदेश पुलिस ने पिछले कुछ समय में लगातार कार्रवाई करके अपराध और अपराधियों के साथ साथ उनके द्वारा खड़े किए गए अवैध साम्राज्य को भी धूल में मिला कर दोहरा संदेश दिया है . एक तरफ तो अपराधियों की कमर तोड़ी गई दूसरा ये कि किसी भी राजनैतिक प्रशासनिक संरक्षण में देश और लोगों से बेईमानी करके लूटा , इकट्ठा किया हुआ सब कुछ वापस ले लिया जाएगा .

अपनी एनकाउंटर शैली से पिछले दिनों देश भर में चर्चित हो चुकी उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए यह भी देखने योग्य बात है कि योगी के शासनकाल में पुलिस ने दंगे फसादों पर पूरी तरह से नियंत्रण तो लगाया ही साथ ही मुजरिमों से निपटते हुए पुलिस ने कभी ये नहीं देखा कि अपराधी कोई दूबे है या अंसारी . आज उत्तर प्रदेश के अपराधियों में ये जो “डर का माहौल ” बना हुआ है वो देश के हर राज्य के हर अपराधी के मन में होना जरूरी है .

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