रक्षा का नया सिंबल – राफेल , ये राखी राफेल वाली

चीन की राखी को ना, रॉफेल वाली राखी को हाँ

जी हां, राफेल वाली राखी आयी हैं। रक्षा का नया सिंबल बन चुका रॉफेल अब राखी बनकर भाइयों की कलाइयों पर सजने जा रहा हैं।

चीनी वस्तुओं के बहिष्कार के अपने बड़े अभियान के तहत कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) द्वारा देश भर में इस बार राखी के पर्व को हिन्दुस्तानी राखी के रूप में मनाने के देशव्यापी अभियान में कैट ने आज राफेल राखी जारी करते हुए कहा की राफेल विमान भारतीय सेना को और अधिक सक्षम बनाएगा जिससे दुश्मनों के दुष्ट मंसूबों को ख़त्म किया जा सके और इसी दृष्टि से आज राफेल के भारत आगमन पर कैट ने राफेल राखी जारी की जिसमें राफेल के चित्र के साथ प्रधानमंत्री श्री मोदी का चित्र भी लगा है जो इस बात का द्योतक है की प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में देश पूरी तरह से भारत की सेनाओं के साथ मजबूती से खड़ा है !

कैट ने आज भारतीय सामान से बनी विभिन्न प्रकार की राखियों की बिक्री के लिए दिल्ली सहित देश के विभिन्न राज्यों में लगभग 250 शहरों में “राखी बिक्री स्टाल” लगाए जिसमें ख़ास तौर पर महिलाओं के हाथ से बनी राखियां आम लोगों को बेचीं गई ! इनमें मोदी राखी एवं अक्साई चीन हमारा है की राखियों के साथ जय हिन्द की सेना राखी, वन्देमातरम राखी और विभिन्न प्रदेशों की मशहूर वस्तुओं से बनी गईं राखियां कैट के व्यापारी नेता और महिला उद्यमियों ने बेचीं !

दिल्ली, नागपुर,पटना, कानपुर, लखनऊ, मुंबई, जमशेदपुर, कलकत्ता, रांची, राऊरकेला, रायपुर, झाँसी, पॉन्डिचेरी, जयपुर, जोधपुर, इलाहबाद, नॉएडा, जम्मू, चंडीगढ़ , लुधियाना, तिनसुकिया, गोहाटी , सूरत, अहमदाबाद, पुणे, कोल्हापुर आदि शहर प्रमुख रूप से शामिल थे जहाँ कैट के द्वारा रॉफेल राखी बिक्री स्टाल लगाए गए थे !

देश के विभिन्न राज्यों में 200 से अधिक छोटे बड़े शहरों में कैट के राज्य स्तरीय चैप्टर तथा स्थानीय व्यापारिक संगठन पिछले 15 दिनों से कामगार महिलाओं ,आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं तथा ऐसे लोग जिनकी कोरोना के कारण नौकरी छूट गई है उनको रोजगार देते हुए कैट ने बड़े पैमाने पर हिन्दुस्तानी राखी बनवाई हैं ! कैट के आव्हान पर देश भर में विभिन्न सामाजिक संगठनों तथा बड़ी मात्रा में लोगों ने अपनी सोच के अनुसार अनेक प्रकार की राखियां बनवाई हैं जो देश के सभी राज्यों में तेजी के साथ बेचीं जा रही हैं ! इन राखियों की कीमत 10 रूपए से लेकर 50 रूपए प्रति राखी है !

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