इन दिनों बॉलीवुड इंडस्ट्री की क्या हालत है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है बॉलीवुड में काम करने वाले हीरो-हीरोइनस को भी दक्षिण भारत की फिल्मों की तरफ भागना पड़ रहा है. वैसे में हीरो-हीरोइन से लेकर निर्माता-निर्देशक तक सभी का बेमतलब की चीजों को करने का भी खूब समय मिलता है. इसी फेहरिश्त में फिल्म निर्माता राम गोपाल वर्मा भी शामिल हैं. वैसे भी राम गोपाल वर्मा अपनी फिल्मों से ज्यादा अपने फालतू और बिना सिर पैर की बातों को लेकर चर्चा में रहते है. इसी वजह से वे सोशल मीडिया पर भी ट्रोल होते हैं.

लेकिन इस बार तो उन्होंने भारत के संविधान और लोकतंत्र के उपर ही हमला कर दिया. रामगोपाल वर्मा ने देश के राष्ट्रपति पद के लिए NDA की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू को लेकर बेहद की आपत्तिजनक टिप्पणी की है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा , “अगर द्रौपदी राष्ट्रपति है तो पांडव कौन हैं? इससे भी अधिक महत्वपूर्ण कौरव कौन हैं?”

रामगोपाल वर्मा के इस ट्वीट के बाद बीजेपी के कई नेताओं ने रामगोपाल वर्मा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. तेलंगाना बीजेपी नेता जी नारायण रेड्डी ने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कि है जिसमें उन्होंने कहा कि निर्देशक ने द्रौपदी मुर्मू के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की थी। रेड्डी ने अपनी शिकायत में कहा कि ट्विटर पर वर्मा की टिप्पणी एक अनुभवी महिला राजनेता और झारखंड की पूर्व राज्यपाल के लिए बेहद अपमानजनक है। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा एससी / एसटी अधिनियम लागू किया जाना चाहिए और निर्देशक को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। वहीं बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने भी रामगोपाल वर्मा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

वहीं NCW की अध्‍यक्ष रेखा शर्मा ने रामगोपाल वर्मा जवाब देते हुए ट्वीट कर कहा कि “अस्वस्थ मन वाला इंसान ही इस तरह की टिप्पणी कर सकता है”.

लेकिन द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ की गई टिप्पणी को लेकर सिर्फ बीजेपी ही नहीं नेटिजन्स ने भी रामगोपाल वर्मा की खिचाई करते हुए कार्रवाई की मांग की है. एक यूजर ने राम गोपाल वर्मा को फटकार लगाते हुए कहा, “उनके बारे में क्या जानते हैं आप वो एक आदिवासी महिला हैं? जिन्होंने अपने पति के साथ ही अपने दो बच्चों को भी एक्सीडेंट में खो दिया।” वहीं निक नाम के यूजर ने लिखा कि “एक महिला का सम्मान करना बॉलीवुड का हिस्सा नहीं है ! ये बेहद दुखदायी है” .

जाहिर है इतनी किरकिरी होने के बाद रामगोपाल वर्मा के होश ठिकाने पर आ गए और राम गोपाल वर्मा ने तुरंत माफी मांगी. उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, “यह सिर्फ एक मजाक में कहा गया था और कोई दूसरा इरादा नहीं था। ..महाभारत में द्रौपदी मेरी पसंदीदा चरित्र हैं, लेकिन चूंकि नाम इतना दुर्लभ है, इसलिए मुझे संबंधित पात्रों की याद आ गई और मैंने ले लिया। किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मकसद बिल्कुल नहीं है।”

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