आतंकवाद की जांच करने वाली सुपरपॉवर एजेंसी अब ड्रग, ड्रग ट्रेफिकिंग के मामलों की जांच भी करेगी। देर रात आये आर्डर ने ड्रग का धंधा करने वालो को हिला दिया हैं

वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग ने मंगलवार को एक अधिसूचना जारी की, जिसमें कहा गया कि धारा 53 द नार्कोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस एक्ट, 1985 के अनुसार, केंद्र राज्यों के साथ परामर्श करने के बाद ”एनआईए में निरीक्षकों के रैंक से ऊपर के अधिकारियों को शक्तियों का प्रयोग करने और कर्तव्यों का पालन करने के लिए आमंत्रित करता है।”

यह धारा सरकार को किसी भी अधिकारी को इस अधिनियम के तहत अपराधों की जांच के लिए एक पुलिस स्टेशन की शक्तियां प्रदान करने की अनुमति देती है। एनआईए की स्थापना 2008 के मुंबई सीरियल धमाकों के बाद एक साल के लिए की गई थी। खासतौर से देश भर में आतंकी गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए। पिछले साल एनआईए अधिनियम में संशोधन में, एजेंसी को मानव तस्करी, जाली नोट और साइबर आतंकवाद से संबंधित मामलों की जांच करने का अधिकार क्षेत्र भी दिया गया था, लेकिन मादक पदार्थों के मामले अभी भी इसके दायरे में नहीं थे। मंगलवार को इसका भी आदेश दे दिया गया।

इस मामले के जानकार एक सरकारी अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि यह आदेश सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में चल रही जांच के दायरे का विस्तार कर सकता है, जहां ड्रग्स, मनी लॉन्ड्रिंग और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे उभरे हैं।

एक दूसरे सरकारी अधिकारी ने कहा कि अधिसूचना का महत्व यह था कि ऐसे मामले जो पहले केवल एनसीबी के डोमेन थे, अब एनआईए द्वारा नियंत्रित किए जा सकते हैं।

सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले (Sushant Singh Rajput Death Case) में तीन जांच एजेंसियां सच खंगालने की कोशिश में लगी हुई हैं। इस केस में सबसे पहले ईडी (ED) की एंट्री हुई थी उसके बाद सीबीआई (CBI) आई फिर ड्रग एंगल सामने आने के बाद एनसीबी (NCB) भी इसका हिस्सा बन गई। ड्रग मामले (Drug Case) में अब तक कई बड़े खुलासे हो चुके हैं। बॉलीवुड एनसीबी के निशाने पर हैं। गौरतलब हो कि कई बड़े सेलेब्स के नाम ड्रग कनेक्शन में सामने आ चुके हैं। एनसीबी के सुत्रों के मुताबिक अभी कई बड़े कनेक्शन्स सामने आने बाकी हैं। वहीं अब इसमें NIA यानी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (National Investigation Agency) के शामिल होने की भी खबर है। केंद्र सरकार द्वारा NIA को इस केस के लिए मंजूरी दे दी गई है।

DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.