नए फार्म बिल के बाद 23/92020 को मोदी सरकार ने संसद में तीन श्रम सुधार विधेयक पास किए, विपक्ष ने इस बिल का विरोध करने के लिए भूमिकाएँ बनानी शुरू कर दी है, इसके लिए BBC, प्रिंट, टाइम्स जैसी समाचार अजेंसी के लेखक तैयार है भूमिकाएँ बनाने मे, फर्जी खबरों का नया पुलिंदा तैयार करने मे। नए फार्म बिल की तरह राहुल गांधी समेत विपक्ष के सभी लोग इस बार श्रमिकों को भटकाएंगे की उन्हें बिना किसी कारण के नौकरी से हटा दिया जाएगा एवं कंपनियों अपनी मनमानी करेगी। जब की इस बिल मे ऐसा कुछ नहीं है, लेख मे आगे सरकार का स्पष्टीकरण संलग्न है जिससे सभी कन्फूजन दूर हो जाएँगे।

भाजपा के ट्वीटर हैंडल ने ट्वीट कर इस बार पहले ही बता दिया है की इस कानून मे ऐसा कुछ नहीं है की कंपनियाँ अपनी मनमानी करे या बिना सरकार की इजाजत मजदूरों को नौकरी से निकाल दे। इसके लिए एक स्पष्टीकरण भी जारी किया है ताकि विपक्ष बेवजह लोगों का ध्यान भटका उन्हें उकसाये और अपनी राजनैतिक चाल खेले। ये स्पष्टीकरण संलग्न हैं।

सरकार ने नए श्रम कानूनों के तहत अनेक सुधार किए हैं। नए कानूनों की माने तो अब ESIC तथा EPFO का फायदा सभी कामगारों को प्राप्त होगा। इसके साथ ही कॉन्ट्रैक्ट पर रखे जाने वाले कर्मचारियों की सेवा शर्तें, ग्रैच्यूटी एवं छुट्टी भी नियमित होंगी। औरत कर्मचारियों को नाइट शिफ्ट में कार्य करने की अनुमति होगी लेकिन उनकी सुरक्षा की व्यवस्था करनी होगी। 

ध्यान रहे विपक्ष हमेशा से अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश करता है, फर्जी खबरों के आधार पर सरकार को घेरा जाता, झूठ के सहारे बदनाम किया जाता। हम राष्ट्रवादियों को सोशल मीडिया मे आगामी चलने वाली इस विरोध की नौटंकी का भांडाफोड़ करना है। हम सभी किसी भी तरह की राजनीति से नहीं बल्कि सच के साथ जुड़े हुए हैं, जो सच्चा होगा सही होगा उसी का समर्थन करेंगे और राष्ट्रवाद की अलख जन जन मे जगाएँगे।

जय हिन्द
भारत माता की जय

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