AAP सांसद संजय सिंह ने मंदिर ट्रस्ट पर आरोप लगाए हैं
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह द्वारा राम मंदिर ट्रस्ट पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है। संजय संजय सिंह ने एक प्रेस वार्ता के दौरान राम मंदिर ट्रस्ट पर महँगे दामों में मंदिर परिसर के लिए भूमि खरीदने का आरोप लगाया।
वर्षों से चले आ रहे श्रीराम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर राजनीति करने वाले, राम के अस्तित्व पर सवाल उठाने वाले तथा श्रीराम जन्म भूमि पर अस्पताल, स्कूल, कॉलेजों की माँग करने वाले अचानक से मंदिर को लेकर गंभीर हो गए हैं। अब वे जनता द्वारा दिए गए दान का हिसाब माँगने का नाटक करते हुए मुद्दे पर पुनः राजनीति खेल रहे हैं।
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने रविवार (13 जून, 2021) को एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया। इस वार्ता में संजय सिंह ने राम मंदिर ट्रस्ट, मुख्यतः प्रमुख चंपत राय पर आरोप लगाया।संजय सिंह ने आरोप लगाया कि ‘ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने संस्था के सदस्य अनिल मिश्रा की मदद से 2 करोड़ रुपए कीमत की जमीन 18 करोड़ रुपए में खरीदी जो कि सीधे-सीधे मनी लॉड्रिंग का मामला है’।
संजय सिंह द्वारा कुछ कागज़ात प्रस्तुत किए गए, जिनमें उनके अनुसार 10 से 15 मिनट के अंतराल पर बेची और खरीदी गई भूमि अचानक 2 करोड़ रुपए से 18.5 करोड़ रुपए की हो गई है।
आम आदमी पार्टी सांसद द्वारा इसे घोटाले का नाम दिया गया और उन्होंने इसकी सीबीआई एवं परवर्तन निदेशालय से जाँच की माँग भी की।
राम मंदिर ट्रस्ट ने किया खुलासा
आम आदमी पार्टी नेता के आरोपों को राजनीति से प्रेरित करते हुए श्रीराम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय द्वारा दो टूक शब्दों में जवाब दिया गया। उन्होंने कहा कि उन पर पहले भी कई प्रकार के आरोप लगते रहे हैं, अतः उन्हें इन सब पर ध्यान देने की आवश्यकता नहीं।
चंपत राय ने कहा उन पर 100 साल से इस प्रकार के बेबुनियादी आरोप लग रहे हैं, जिनमें से एक महात्मा गाँधी की हत्या तक का भी है।श्रीराम मंदिर ट्रस्ट द्वारा पूरे मामले पर खुलासा किया गया। मुख्य ट्रस्टी चंपत राय द्वारा एक प्रेस रिलीज जारी की गई, इसके साथ उन्होंने लिखा:
“राजनीतिक विद्वेष से प्रेरित लोग ज़मीन ख़रीद के सम्बंध में समाज को गुमराह करने के लिए भ्रामक प्रचार कर रहें हैं।”इस प्रेस रिलीज में उन्होंने साफ किया कि (9 नवंबर, 2019) के सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद से ही अयोध्या में कई लोग जमीनें खरीदने आ रहे हैं। इसी कारण अयोध्या में जमीनों के दाम आसमान पर हैं।
उक्त भूमि को खरीदने के लिए विक्रेता गणों द्वारा पहले भूमि को 18 मार्च, 2021 को बैनामा कराया, जिसके बाद ही ट्रस्ट के साथ अनुबंध किया गया है।
चंपत राय ने कहा कि जिस जमीन को लेकर चर्चा की जा रही है वह रेलवे स्टेशन के पास प्राइम लोकेशन है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने अभी तक जितनी जमीन खरीदी है, खुले बाजार की कीमत से बहुत कम दामों पर खरीदी है।
चंपत राय ने कहा कि वर्तमान विक्रेताओं ने वर्षों पहले जिस कीमत पर जमीन बेचने का समझौता किया था, उसी जमीन को ट्रस्ट ने मार्च, 2021 में अपने नाम कराया है। इसके बाद ही ट्रस्ट के साथ एग्रीमेंट किया। उन्होंने कहा की ऐसे में, आरोप लगाने का तो कई मतलब ही नहीं बनता।आम आदमी पार्टी का आरोप लगाने का इतिहास
आम आदमी पार्टी पहले भी ऐसे कई आरोप कई लोगों पर भिन्न-भिन्न समय पर लगाती रही है। पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भ्रष्टाचार के भी आरोप लगाए गए थे जिनकी न तो आज तक व्याख्या सामने आई, न ही सिद्ध हुए।
कई लोग आम आदमी पार्टी के इस कदम को आने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए की गई तैयारी की तरह देख रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश में अपने पैर जमाने के लिए राम मंदिर जैसे गंभीर मुद्दे का उपयोग कर रहे हैं।
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