मनी लॉन्ड्रिंग की The Ending: मोदी सरकार की सख्ती से एमनेस्टी इंटरनेशनल की दुकान बंद

मोदी सरकार अपनी कठोर निर्णयों के लिए जानी जाती है ऐसे में सरकार ने एमनेस्टी इंटरनेशनल नाम की संस्था के तमाम खाते सील कर दिए हैं और तब एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भारत में अपना तमाम काम बंद करने का फैसला किया है। भारत सरकार के प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भारत के कानूनों का उल्लंघन करते हुए विदेशी स्रोतों से फंडिंग ली थी ऐसे में उसके ऊपर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला बनता है, तभी उसके सारे खाते सील कर दिए गए थे।
#NEWS: Amnesty International India Halts Its Work On Upholding Human Rights In India Due To Reprisal From Government Of Indiahttps://t.co/W7IbP4CKDq
— Amnesty India (@AIIndia) September 29, 2020
आपको याद दिला दें कि मोदी सरकार विदेशी स्रोतों से फंडिंग के जरिए चल रहे तमाम समाजसेवी संस्थाओं के प्रति कठोर रुख अख्तियार किए हुए हैं। सरकार को जिन जिन एनजीओ पर शक होता है कि वह विदेशी स्रोतों से फंडिंग लेकर भारत की संप्रभुता और एकता के खिलाफ काम कर रहे हैं तो ऐसे में सरकार उन पर कठोर कार्यवाही करती है।
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