अभी पिछले ही साल जब , हिंदी सिनेमा जो धीरे धीरे बदलते हुए चरसी बॉलीवुड बन गया है , में ड्रग्स के फैले जाल और उसमें फँसा हुआ पूरा फ़िल्मी संसार , को निशाने पर लेते हुए सांसद अभिनेता रवि किशन ने इसे गंभीर समस्या मान कर संसद पटल पर उठा दिया था। और इसकी तीव्र प्रतिक्रया में समाजवादी पार्टी की सांसद अभिनेत्री जया बच्चन ने उल्टा रवि किशन को ही अपनी ही अपनी खाने वाली थाली में खुद छेद करने वाला बता कर धमका दिया था।

और ये सब तब हुआ /कहा गया था जब सुशांत सिंह राजपूत , दिशा सालियान जैसे सिनेमा संसार के नवोदित लोगों की संदेहास्पद मौत की सुई , रेव पार्टी और उसका काला सच तथा सभी फिल्म कलाकारों , क्या पुरुष क्या महिला , क्या नव उम्र वाले और क्या प्रौढ़ , क्या फिल्म और क्या टेलीविजन के सितारे , एक एक करके सबके सब नशे की गिरफ्त में पाए गए , पकड़े गए और फिर छूटते गए। इन सारे घटनाक्रमों के बीच कुछ और बातें भी स्पष्ट होती जा रही थीं।

पहली ये कि ड्रग्स का नशा अब सिर्फ पंजाब को ही बुरी तरह बर्बाद नहीं कर रहा बल्कि दिल्ली मुम्बई जैसे शहरों को भी निगलता जा रहा है। अब चूंकि नशा भी वो है जिसके लिए दुनिया की सारी धन दौलत भी कम पड़ जाए तो फिर ये मुफीद भी उन्हीं के लिये है जिनके घरों में पैसों का ढेर लगा हो। दूसरी बात ये कि , पिछले दो दशकों में आधुनिकता ,पार्टियां और दिखावे के नाम पर ड्रग्स के इस ज़हर को ढके छिपे तौर पर सबने जैसे एक आम सहमति सी दे रखी है। या तो वे खुद इसमें लिप्त हैं , या कोई परिवार वाला इसलिए जो खुद नहीं पकड़ा जा रहा वो पकडे जाने वाले के साथ खड़ा हो जाता है।

तीसरी और सबसे अहम् बात ये भी कि , जिस NCB ने पिछले एक साल में ही करोड़ों रूपए के ड्रग्स के साथ इन फ़िल्मी नशेड़ियों गजेन्डियों को पकड़ा है आखिर क्या वजह रही होगी की , मुम्बई की पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी या फिर ऐसा हो सकता है कि अपने गृह मंत्री और कमिशनर के आदेश पर पुलिस तो पूरे मुंबई में वसूली के काम पर लगी रही और पीछे से मुंबई और फिल्म उद्योग में इस नशे के कारोबार को फैलने फूलने दिया।

बहरहाल , अब ये तो सबके सामने आ ही चुका है कि , खुद को दुनिया से आगे , दुनिया से बड़ा और बेहतर दिखाने की झूठी होड़ और नकली शानो शौकत की चकाचौंध में आज हिंदी सिनेमा पहले बॉलीवुड के बाद अब चरसी बॉलीवुड बन चुका है और अब तो इसका हाल इतना बुरा है कि नशे का ये ज़हर अब इन अभिनेता/अभिनेत्रियों की अगली पूरी पीढ़ी भी इसके गिरफ्त में है। और बजाय इस बात पर चिंता करने के पूरा फिल्म जगत आज शाहरुख खान के साथ या कहा जाए कि आर्यन खान के पक्ष में खड़ा नज़र आता है।

हालाँकि , लोगबाग ये भी आपस में कहते सुनते पाए गए हैं कि , थोड़े दिनों की गहमागहमी के बाद ये सब भी उसी तरह ठन्डे बस्ते में डाल दिया जाएगा जैसे पिछले दिनों सामने आए सारे मामले।

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