कौशर जहां सिद्दीकी

प्रधानाध्यापक Primary School बिसरेखी घोरावल सोनभद्र

जन्म इलाहाबाद भारत गंज

स्थायी निवास घोरावल बिसरेखी सोनभद्र

शिक्षा इलाहाबाद यूनिवर्सिटी

प्रशिक्षण डायट सोनभद्र

11वर्ष का टीचिंग अनुभव है पढ़ना एवं पढ़ाना मेरा शौक है विशेष तौर पर बेशिक शिक्षा जो कि नीव होता है।

मैं समाज के निचले तबके के लोगों से जुड़ी हूं उनके अवेयरनेस के लिए वो सारे कार्य करती हूँ जिससे उनका विकास हो सके जैसे बालिका शिक्षा, सुरक्षा, साफसफाई या इस कोरोना काल मे उनकी मदद और जागरूकता बाल विवाह आदि।अपने बच्चों के साथ नए नए तकनीक से सिखाना पढ़ाना जिससे आदिवासी बाहुल्य छेत्र में भी आज के दिन में बहुत जागरूक हो चुके हैं।जिसके लिए हमेशा मैं हमेशा तत्पर हूबच्चों और अभिभावकों को कंवेंन्स करके स्कूल से जोड़ना जो कभी परिसद के स्कूलों में आना नहीं चाहते थे और अब एडमिशन के लिए लाइन लगाते हैं और एंट्रेन्स एक्जाम करवाते हैं।ये सब हम करने में तब सफल हो पाए जब हम प्राइमरी स्कूल में वो सभी सुविधा मुहैया करवाया जिसके कमी के कारण वो लोग स्कूल से भागते थे या जो लोग सकछम होते थे कॉन्वेंट स्कूल की तरफ भागते थे ।जिसके लिए जिलाधिकारी महोदय सोनभद्र द्वारा सोन शिक्षा रत्न एवं बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा बेस्ट टीचर अवार्ड भी मिलास्वर्ण भारत द्वारा डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम अवार्ड ग्लोबल गांधी अवार्ड मिला।प्राइमरी एडुकेशन को सुधारने के प्रयास में मैं ने कैसे सुधरे शिक्षा व्यवस्था शोध भी किया आगे भी मैं समाज मे मेरे लायक जो भी कार्य होगा मैं करती रहूंगी ।भाव्या फाउंडेशन से मुझेअब और ज्यादा प्रेरणा मिलती है

धन्यवाद भव्या फाउंडेशन जिन्होंने मुझे अपने साथ जोड़ा और आदिवासी बाहुल्य जिले के लोगों को ढूंढा।

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