दिल्ली कहने को शहर है, जहाँ कई ऊंची इमारतें है, ऑफिस है | इन्हीं में कुछ कालोनियों भी है| ऐसी ही “एक कालोनी की गली” प्रशासन और नेताओ के नकारापन और ढुलमुल रवैये की शिकार हैं |
पिछले 4 साल से आए दिन सीवर जाम के कारण वहाँ रहने वालो लोगों का बुरा हाल है, जिसकी लिखित शिकायत दिनांक 13/12/2017 को स्थानीय आप विधायक को दी गई और कई बार विधायक के ऑफिस में जा कर सीवर जाम की शिकायत भी करते रहे, पर हर बार हमारे मेहनती और कर्मठ विधायक जी कोई न कोई नया जुमला या सीवर लाइन डालने की नई तारीख दे देते |
इसके अलावा सीवर जाम से परेशान लोग दिल्ली जल बोर्ड के स्थानीय ऑफिस में भी कई गए, वहाँ भी लिखित शिकायत दी , पर वह लोग भी इस प्रॉब्लम को नेताजी के गोल में डाल कर अपना पल्ला झाड़ लेते |
सीवर लाइन बदलने का ठीकरा कभी मेहनती Engineer के सर रखा जाता, कभी बड़े अधिकारियों पर और कभी बारिश के मौसम और अब कोरोना काल में बजट नहीं होने का राग, पर 4 साल में सीवर लाईन नहीं बदली गई |
आज भी यहाँ सीवर जाम और बदबू भरे माहौल में जीने को मजबूर लोग प्रशासन के जागने और सबसे मेहनती CM के विधायक जी के द्वारा काम को कराने की राह देख रहे है |
यह है छोटी सी दिल्ली की छोटी सी गली की कहानी ! ऐसी ही ना जाने कितनी कहानियाँ और और भी होंगी |
ऐसे कैसे चलेगा, CM अरविंद केजरीवाल जी ? आप तो दिल्ली के मालिक हो, दिल्ली को ऐसे रखोगें ?
आपको अभी, उ. प्र. / बिहार / पंजाब और भी न जाने कितने राज्य सँभालने है, जबकि आपके नेताओ से छोटी सी दिल्ली की छोटी से कालोनी नहीं संभाली जा रही?
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