दिल्ली यूनिवर्सिटी में बच्चों को 100 फीसदी नम्बर देने का मसला तूल पकड़ गया है… दिल्ली यूनिवर्सिटी के कॉलेज के प्रोफेसर ने दावा किया है कि यूनिवर्सिटी में ‘Marks Jihad’ चलाया जा रहा है..। किरोडी मल कॉलेज के प्रोफेसर राकेश पांडे का कहना है कि किसी खास स्टेट में 100 फ़ीसदी नंबर एक खास मकसद के साथ दिए जा रहे हैं। प्रोफ़ेसर के मुताबिक इन बच्चों को ना हिंदी बोलनी आती और ना ही इंग्लिश बोलनी आती है.. इसके अलावा यह सभी बच्चे महंगा खर्चा कर दिल्ली में रह रहे हैं..  प्रोफेसर का आरोप है कि लेफ़्टिस्ट विचारधारा के बच्चों को देश में जगह नहीं मिल रही थी, जेएनयू इनके हाथ से फिसल रहा था तो ऐसे में इन लोगों ने बहुत आसानी से यह राह चुनी है।

प्रोफेसर पांडे का कहना है कि.इन लोगों का खास मकसद है कि अगर इनके 500 बच्चे भी यूनिवर्सिटी में एडमिशन पा गए तो यह लोग कोई भी प्रोटेस्ट करवा सकते हैं इन्हें हॉस्टल का माहौल और दिल्ली यूनिवर्सिटी का माहौल कंट्रोल करने के लिए यहां भेजा जा रहा है। प्रोफेसर राकेश पांडे के मुताबिक एक्टिविस्ट बच्चों को 100 फ़ीसदी नंबर देकर क्यों भेजा जा रहा है। प्रोफेसर राकेश पांडे के मुताबिक यह मार्क्स जिहाद है। प्रोफेसर की मांग है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी में एंट्रेंस टेस्ट करवाया जाए।

DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.