Freedom of Expression पर वामपंथी फंदा: भारत विरोधी ‘टूलकिट’ का सम्बंध ALT news से बताने वाला वीडियो YouTube ने किया delete

अभिव्यक्ति की आजादी का ढोल अपने गले में बांध कर अक्सर वामपंथी और कांग्रेसी प्रपंच रचते नजर आते हैं मगर सच का गला घोटने में यह लोग 2 मिनट का समय भी नहीं लगाते हैं। तथाकथित किसान आंदोलन के नाम पर ग्रेटा के द्वारा जाहिर की गई टूलकिट पर बने वीडियो को you tube ने हटा दिया है। वीडियो में ऑल्ट न्यूज़ जैसे कुछ स्वघोषित फैक्ट चेकर्स से संबंधों को उजागर करने का दावा किया गया था।
SHOCKING !!!@YouTubeCreators @YouTube REMOVED our latest expose video from youtube !! @PMOIndia @HMOIndia @dir_ed @NIA_India
— The String (@StringReveals) February 11, 2021
note-@SwarajyaMag @OpIndia_com @republic
ट्विटर पर ‘द स्ट्रिंग’ (The String) ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया है कि यूट्यूब द्वारा उनका वीडियो डिलीट कर दिया गया है। ग्रेटा थनबर्ग द्वारा किसान आन्दोलनों को लेकर ‘गलती से’ सार्वजानिक की गई एक ‘टूलकिट’ पर जारी विवाद को लेकर ‘दी स्ट्रिंग’ नाम के इस चैनल ने दावा किया था कि वो इस टूलकिट को लेकर खुलासे करेगा, जिनसे स्पष्ट होगा कि किस तरह से मजहबी फैक्ट चेकर वेबसाइट ‘ऑल्ट न्यूज़’ का भी इस टूलकिट से सम्बन्ध है। हालाँकि, इस वीडियो के प्रकाशित होने के कुछ देर बाद ही यह यूट्यूब द्वारा हटा दिया गया।
यूट्यूब पर ‘दी स्ट्रिंग’ द्वारा पोस्ट किए गए इस वीडियो की शुरुआत में ही कुछ वामपंथी मीडिया गिरोहों का नाम लेते हुए इसके एंकर कहते हैं, “मुझे नहीं पता कि इस वीडियो को बनाने के बाद मुझे नहीं पता कि मैं जिन्दा रहूँगा या नहीं। लेकिन इसके लिए जो लोग जिम्मेदार होंगे उनके नाम साकेत गोखले, बरखा दत्त, मोहम्मद जुबैर, ध्रुव राठी, वायर, क्विंट, न्यूज़लौंड्री, स्क्रॉल, कारवाँ, दी न्यूज़ मिनट, आउटलुक डॉट कॉम, इंडिया स्पेंड, परी नेटवर्क, और कॉन्ग्रेस पार्टी।”
DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.