असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा जिस तरह से हिन्दुत्व के मुद्दे पर मुखर हैं ठीक उसी तरह वे अपने राजनीतिक विरोधियों को भी बेहद ही सधे और चुटकिले अंदाज में जवाब भी देने का काम करते हैं. इन दिनों हिमंता बिस्वा के निशाने पर दिल्ली के बड़बोले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं.

समय-समय पर हिमंता बिस्वा केजरीवाल के दोहरे मापदंडों की पोल खोलने का काम तो कर ही रहे हैं साथ ही उनकी और उनकी पार्टी की ऐसी धुलाई कर रहे हैं कि केजरीवाल को हिमंता के साथ उलझने से पहले सौ दफे सोचना पड़ेगा. हाल ही में ANI को दिये पॉडकास्ट वाले इंटरव्यू में हिमंता ने यहां तक कह दिया कि अरविंद केजरीवाल को राजनीति छोड़ कर घर में बैठना चाहिए। दरअसल, इंटरव्यू के दौरान हिमंता से सवाल पूछने पर उन्होंने अरविंद केजरीवाल के बारे में कहा कि अगर केजरीवाल से काम नहीं होता है तो उन्हें घर बैठना चाहिए।

सौजन्य- Gems of Politics

इंटरव्यू में हिमंता बिस्वा ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं वो दिल्ली जो पहले से ही काफी विकसित शहर है। केजरीवाल को आवश्यकता है कि वह देश की राजधानी का मुकाबला न्यूयॉर्क, पेरिस, लंदन, आदि जैसे विकसित शहरों से कर राजधानी को डेवलप करें लेकिन केजरीवाल के अंदर पता नहीं क्या दिक्कत है कि वे आए दिन अपनी दिल्ली का मुकाबला कभी असम से तो कभी मणिपुर से करते रहते हैं। दरअसल कुछ समय पहले ही अरविंद केजरीवाल ने असम में स्कूलों की हालत से लेकर स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाया था। जिसे लेकर हिमंता और केजरीवाल के बीच ट्विटर पर एक ‘कोल्ड वॉर’ भी देखने को मिला था.

हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि दिल्ली में वर्ल्ड क्लास स्कूलिंग से लेकर बेहतरीन स्वास्थ्य व्यवस्था होनी चाहिए जबकि ऐसा नहीं है। केजरीवाल की दिल्ली में बने मुहल्ला क्लीनिक से बेहतर तो असम के अस्पताल हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में राज्य और केंद्र दोनों की तरफ से विशेष मदद मिलती है जबकि असम में ऐसा कोई डबल पैकेज नहीं है इसके बावजूद असम दिल्ली से बेहतर स्थिति में है.

इंटरव्यू के दौरान ANI की तरफ से सवाल पूछा गया कि अरविंद केजरीवाल लगातार केंद्र सरकार पर काम न करने का आरोप लगाते हैं। जिसपर जवाब देते हुए सीएम हिमंता ने कहा कि दिल्ली में काम करने को लेकर अरविंद केजरीवाल द्वारा केंद्र पर लगाए जा रहे सभी आरोप बेबुनियाद हैं। जब केजरीवाल काम करने को लेकर आरोप लगाते हैं तब वह केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हैं लेकिन जब वह किसी नई योजना के लिए फीता काटते हैं तो सारा श्रेय खुद लेने की कोशिश करते हैं जो उनके दोगले पन की सोच को दर्शाता  है।

दरअसल हाल के दिनों में जिस तरह से सीएम हिमंता ने केजरीवाल की बखिया उघेड़ी है उससे केजरीवाल को इतना तो जरुर समझा आ गया होगा कि हिमंता से उलझना उनके बस की बात नहीं है.

 

DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.