बॉलीवुड इंडस्ट्री को इस देश ने जितना प्यार-सम्मान दिया, उतना ही देश की संस्कृति-धर्म की जड़ों को धीमे-धीमे इनके राष्ट्रद्रोही प्रयासों ने छोटा किया है। पिछले 70 सालों में सिनेमा ने जो इमेज बनाई है उसके मुताबिक हिंदू संत, पंडित सब ठग-चोर, मगर फादर, मौलवी उसूलों के पक्के….इतने दर्द बॉलीवुड ने हमारी आस्था और चेतना को दिए हैं कि उसके समूल नाश के लिए देश की चेतना उठ खड़ी हुई है।
मगर संघर्षों के इस दौर में इसी बॉलीवुड की सीमाओं को तोड़ते हुए कुछ निर्देशक निर्माता ऐसे भी उभरे हैं जिन्होंने राष्ट्र-धर्म के लिए आगे बढ़कर आवाज उठाई है। आंखों देखी, मसान जैसी फिल्मों के निर्माता मनीष मुंद्रा उन्हीं में से एक हैं। मनीष मुंद्रा ने बॉलीवुड के बौद्धिक मठाधीशो को चुनौती दी है और हर बार आगे बढ़कर अहम मुद्दों पर अपना स्टैंड लिया है। दिल्ली दंगों में बेसहारा हिंदुओं की रोजगार मदद हो या रिंकू शर्मा के परिवार की आर्थिक सहायता…हर बार मनीष मुंद्रा ने मदद का हाथ बढ़ाया है।
अब इन्हीं मनीष मुंद्रा की फ़िल्म आई है ‘सिया’…इसको लेकर सोशल मीडिया पर कुछेक लोग भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। मनीष मुंद्रा की आवाज को हमें मुकम्मल बनाना है क्योंकि इनके देशभक्त स्टैंड के चलते पूरा बॉलीवुड आज इन्हें बॉयकॉट कर रहा है। जिस जिस मुद्दे पर वामपंथी लॉबी गैंग के छर्रों ने नाक सिकोड़ी है उस उस मुद्दे पर मनीष मुंद्रा ने अपनी बांहें खोलकर दान दिया है।
राष्ट्रवाद की सशक्त आवाज और दमदार शख्सियत हैं मनीष मुंद्रा, ऐसे मे ‘सिया’ उनके निर्देशन में बनी पहली फ़िल्म है..जिसके प्रचार में हमें सहायता करनी चाहिए और मनीष मुंद्रा का भरपूर साथ देना चाहिए।
DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.