पूरे देश में जन्माष्टमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है मगर देश ही नहीं वरन दुनिया भर की हिंदुओं के मन में एक टीस यह है कि तमाम सबूत और गवाह चीख चीख पर कह रहे हैं कि औरंगजेब ने 1670 में भगवान श्री कृष्ण के भव्य मंदिर को मथुरा में तोड़ा था और वहां पर ईदगाह मस्जिद बनवाई थी तो आखिर इतने सालों से राष्ट्रवादी सरकार होने के बावजूद भी हिंदुओं की वोट लेने के बावजूद भी वहां पर भव्य श्री कृष्ण मंदिर का निर्माण कब होगा?

1670 में औरंगजेब खुद आगरा से अपने लश्कर के साथ आया था और वहां पर उसने फरमान जारी कर भगवान कृष्ण के भव्य कटरा केशव देव मंदिर को तोड़ने का आदेश दिया था। कई दिन की मशक्कत के बाद औरंगजेब की सेना ने इस मंदिर को तोड़ा था, आज उसी जगह पर शाही ईदगाह मस्जिद अपने तीन बड़े गुंबदों के साथ इतराती हुई खड़ी है।

तमाम सबूतों और गवाहों और खुद औरंगजेब का फरमान बीकानेर के संग्रहालय में रखा हुआ है जिसमें फारसी में उसने आदेश जारी किया था कि मथुरा में मौजूद कटरा केशव देव मन्दिर को तोड़ दिया जाए जब सबसे बड़ा सबूत चीख चीख कर कह रहा है तो फिर आखिर क्यों सरकार और कोर्ट त्वरित गति से हिंदुओं को उनका सही हक दिलाने में देरी कर रहे हैं?

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