क्या आपने कभी सोचा है कि जो पॉप कॉर्न ,हम आप सिनेमा घरों में , मल्टीप्लेक्स आदि में पांच सौ , हज़ार और कई बार उससे भी अधिक में खरीद कर खाते हैं ,उस हिसाब से मक्का उगाने वाले किसान को इस देश में करोडपति होना चाहिए था ??
क्या आपने सोचा है कभी कि , पंजाब से लेकर महाराष्ट्र के खेतों में अपना खून पसीना बहाने वाले और कभी बिहार और उत्तरप्रदेश में किसान रहे इन राज्यों में कृषक से मजदूर बनकर एडियाँ आज तक क्यूँ रगड़ रहे हैं ?
या फिर कभी आपने ये सोचा कि , बिहार से लेकर उत्तरप्रदेश में कभी कृषि से किसानों की आय का मुख्य साधन रहे गन्ना किसानों को उनकी फसलों का मूल्य सही समय और उचित मूल्य न मिलने के कारण उनके द्वारा इनकी खेती बंद करने की वजह से ही , इन प्रदेशों में सैकड़ों चीनी मिलें बर्बाद हो गईं ?
इन सबका और इन सबके लिए जिम्मेदार सिर्फ एक ही कारण रहा है – किसानों की मेहनत और कृषि उत्पाद को हड़प कर जाने वाले , बिचौलिए , ठेकेदार ,आढ़ती और जाने किन किन नामों से पुकारे जाने वाले मंडी माफिया वाले बिचौलिये |
मोदी जी ,बहुत पहले ही और बहुत खुल्ले में कहा था कि न खाऊँगा ,और न ही किसी को खाने दूँगा | जनधन योजना से लेकर नोटबंदी तक जैसे ऐतिहासिक फैसले पूरी दृढ़ता और कठोरता से लेने के पीछे यही वजह थी और इनसे कमीशनखोरों के पेट और पिछवाड़े पर पड़ी लात ही उनके इन फैसलों के विरोध में बिलबिलाने की असली वजह थी |
अब मोदी सरकार ने एक और बड़ा निर्णय लेते हुए , तमाम छोटे किसानों को इन कमीशनखोर मंडी माफिया के चंगुल से छुडाने के लिए नया अध्यादेश पारित किया है |
अध्यादेश के मुताबिक किसानों को अपनी पसंद के बाजार में उत्पाद बेचने की छूट मिलेगी. आधिकारिक बयान के मुताबिक, “कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अध्यादेश 2020 को अधिसूचित किया गया है. इसके तहत किसान अपनी पसंद के बाजार में उपज बेच पाएंगे. सरकार को उम्मीद है कि किसानों को फसलों का बेहतर दाम मिलेगा.
एक और अध्यादेश “मूल्य आश्वासन पर किसान समझौता और कृषि सेवा अध्यादेश 2020” को भी अधिसूचित किया गया है. इस अध्यादेश के तहत किसानों को एक राष्ट्रीय ढांचा मिलेगा. जिससे कृषि व्यवसाय से जुड़ी कंपनियां, प्रोसेसर, थोक व्यापारी और निर्यातकों और किसानों के बीच पहले से तय कीमतों पर समझौते की छूट होगी.
सरकार का कहना है कि किसानों को बेहतर दाम वाले अपनी पसंद के बाजार में उपज बेचने के विकल्प देने से संभावित खरीदारों की संख्या बढ़ेगी. हरियाणा के एक , किसान कहते हैं कि सरकार ने जो कृषि सुधार किए हैं उससे किसानों को जरूर लाभ होगा |संदीप बताते हैं, “निश्चित तौर पर सरकार के फैसलों का किसानों को लाभ होगा. किसान अपनी फसल को खुले बाजार में बेच पाएगा और बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी जिससे दाम अच्छा मिलेगा.”
पंजाब और महाराष्ट्र के बिचौलिया माफिया में मची खलबली भी ये साबित कर रही है कि सालों तक ,पंजाब में गेहूं ,दलहन ,तिलहन की फसल से अरबों खरबों कमा रहे और महाराष्ट्र में संतरे , अंगूर ,आदि की खेती करने वाले छोटे किसानों की फसल से अमीर बनते इन दलालों का पूरा खेल और कमाई ख़त्म हो जाएगी |
और जैसा कि अक्सर होता है , दूसरे का हक़ मारकर धन्नासेठ बने हुए , ऐसे तमाम कमीशनखोरों के पेट और पीछे जब लात पड़ती है तो ये फिर ऐसा ही कुछ करते हैं जिसे देख कर आम लोग भी कहने पर मजबूर हो जाते हैं कि ” व्हाय दिस कोलावेरी कोलावेरी डी ” |
यहाँ एक सच और बताते चलें की जो कांग्रेस , अपने इन मंडी माफिया वालों के साथ स्यापा मचाए हुए है वही कांग्रेस अपने घोषणापत्र में कभी यही वादा कर चुकी है कि जरूरत पड़ने पर वो ऐसा अध्यादेश लाएगी | लेकिन अब मोदी सरकार लाई है तो फिर उनका छाती पीटना तो बनता है , जरूर बनता है | यूँ भी अब उनके पास काम सिर्फ यही बचा भी है | देखिये :-
अब ये देखिये की जो भ्रम फैलाया जा रहा है ,उसकी हकीकत क्या है :-
इस देश के तमाम उन लोगों के लिए जो गरीबों ,किसानों ,मजदूरों का हक़ मार कर बैठे हैं , मोदी सरकार लगातार और स्पष्ट सन्देश दे रही है कि उनके बुरे दिन आ गए हैं और बाकी सबके ,पूरे देश के “अच्छे दिन आ गए हैं ” |
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