पप्पू 45-50 साल का लड़का! माँ के लिए उसका बेटा छोटा बालक ही होता है !
पिता की आकस्मिक मृत्यु के बाद पप्पू और उसकी माँ गाँव में आ गए | गाँव में पिता की पुश्तैनी ज़मीन और मकान है | पप्पू के पिताजी शहर काम की तलाश में गए और वही शादी भी कर ली|
पप्पू और माँ जबा गांव आये तो गाँव वालो ने काफी मान – सम्मान दिया | लोग उनकी हर तरह से सहायता करने लगे आखिर गांव की बहु जो है |
एक दिन गाँव में शहर की पुलिस आई| किसी फोन की तलाश में, जो पप्पू ले आया था | माँ ने कहा की सामान बाँधते समय गलती से आ गया होगा | माँ ने किसी तरह मामले को संभाला |
फिर एक दिन पप्पू बड़ी सी ट्रॉफी अपने घर ले आया, माँ ने गाँव वालो को बताया की किसी Competition में पप्पू को मिली है | अगले दिन पड़ोस के गाँव से कुछ लोग आ धमके| बोले- “उनके गाँव के मोहन को बातो में उलझा कर उसकी ट्रॉफी ले आया है | इस मामले को भी माँ ने किसी तरह रफ़ा -दफ़ा किया |
इसी तरह पप्पू आये दिन कोई न कोई कांड करता रहता, और माँ कोई न कोई रास्ता निकल लेती |
गाँवो वालो को माँ -बेटे की चतुराई समझा आने लगी थी, पर गांव के कुछ लोग पप्पू में अपना सरपँच खोजने लगे | माँ भी यही चाहती थी की पप्पू कोई छोटा – मोटा काम न करके सीधे मालिक की कुर्सी संभाले | आखिर बड़े नाज़ो से जो पाला हैं, माँ का लाड़ला हैं |
पप्पू शहर में अपनी नानी के घर समय समय पर जाता रहता था, नानी से हर किसी को लगाव होता है , इसमें कोई शक नहीं है |
धीरे – धीरे समय बीतता रहा | गांव में पप्पू की शादी की चर्चाए होने लगी और गाँव का मुद्दा बना गया
आखिर पप्पू की माँ, पप्पू की शादी कब करेंगी ???
यहाँ सोचने वाली बात यह है की जिस माँ का एक ही बेटा हो –
1. क्या माँ उसे ऐसे ही कुँवारा रखेगी ?
2. 50 साल की आयु होने पार भी माँ को वंश आगे बढ़ाने की कोई चिंता नहीं हैं ?
क्या वाकई पप्पू शहर में नानी के घर ही जाता है या शहर में पप्पू की शादी का पता चला भी तो कोई बड़ी बात नहीं होगी | पप्पू की माँ इस पर भी कोई न कोई रास्ता निकल ही लेगी ?????
DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.