पिछले दिनों पंजाबा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले के आगे उत्पन्न किया गया व्यवधान , 20 मिनट तक एक अनजान से फ्लाई ओवर पर घेर कर प्रदर्शन , नारेबाजी , बस ट्रैक्टर से आगे का रास्ता जाम , इन सारे घटनाक्रमों के बीच राज्य सरकार , स्थानीय पुलिस का बेहद गैर जिम्मेदाराना रवैया और व्यवहार इतना ही नहीं प्रधानमंत्री को लौट जाने तक के लिए विवश होने जैसी दुर्लभतम गलती के बावजूद -कुछ भी गंभीर नहीं घटने जैसी प्रतिक्रया।

अब से थोड़े समय पूर्व कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने सार्वजनिक रूप से लगभग पूरे देश को चेताते हुए कहा था -नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान परस्त होने के कारण वे न सिर्फ अविश्वास के कारण हैं बल्कि देर सवेर वे दश के लिए खतरा बन सकते हैं। 

अब गौर करिए कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह को मख्यमंत्री पद से अपदस्थ करने के बाद कांग्रेस ने अपने सामने मौजूद सभी विकल्पों को दरकिनार करते हुए पार्श्व पंक्ति से चरणजीत सिंह चन्नी को किसी ऐसे ही गलती करने के लिए , षड्यंत्र के बाद घटना की गंभीरता को न मानकर ओछी /घटिया प्रतिक्रियाओं के लिए कमान सौंपी गई।

मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से लेकर पंजाब पुलिस तक को सरेआम , मीडिया के सामने गाली देने और पंजाब में खुद को कांग्रेस का मुख्यमंत्री चेहरा मानने /समझने वाले नवजोत सिंह सिद्धू का राज्य सरकार/पुलिस पर प्रभाव पाकिस्तान के हुक्मरान इमरान खान और पाकिस्तानी सेना प्रमुख बाजवा से नियमित गलबहियां , कृषि कानूनन की वापसी के बावजूद किसी न किसी बहाने से प्रदर्शन जारी रखना , खालिस्तानियों/नक्सलियों की घुसपैठ। 

ये षड्यंत्र सिर्फ भाजपा , मोदी ,योगी , शाह के विरुद्ध नहीं बल्कि संगठित होते ,उठ कर खड़े होते इस नए भारत के विरुद्ध किया जा रहा है।  आगामी विधानसभा चुनावों के कारण स्थति और अधिक संवेदनशील और खतरनाक हो सकती है।

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