कहते हैं कि , एक रास्ता बंद हो जाए तो दूसरा रास्ता खुल ही जाता है | टिक टॉक को सरकार द्वारा उसे तशरीफ़ पे लात मार के बाहर निकाल देने से सिर्फ भूरे पीले बालों वाले छपड़ी ही नहीं बल्कि उनको देख देख कर फ्रेश होने की आदत डाल बैठे लोग भी बहुत परेशान चल रहे थे |

भला वो बिहार विधानसभा चुनाव का कि अब लोगों को राजनेताओं द्वारा बोली गई बातों में से ऐसे ऐसी बातें , शब्द और जानकारियाँ सुनने को मिलेंगी जो इससे पहले कहीं भी देखी पढ़ी सुनी नहीं गई हैं , नहीं खुद थरूर जी ने भी कन्फर्म किया है कि उन्होंने भी पच्चातीस जैसा अंक पहली बार ही सुना था |

इधर इस खबर से मेमे ,कार्टून, रिमिक्स , यूट्यूब जैसे स्टार्टअप चलाने वालों में अपार ख़ुशी है वे कह रहे हैं जब हमारे पास बखिया उधेड़ने के लिए कोई अपना ही आइटम है तो फिर हम क्यों इमरान खान की ही बैंड बजाते रहें हर बार | सब एकाग्रचित्त होकर बैठ गए हैं अपनी अपनी दुकाने सजा कर , भैया जी , कुर्ते की आस्तीन चढ़ा कर कहें – और सब ये लपका वो लपका कह कर हवा हवाई शुरू करें |

अब भैया जी का भी अपना अलग टेंसन है , सब काम में हाथ आजमाना है , जी लगता नहीं किसी में भी | अभी यूट्यूब बना कर अपना नॉलेज बांटना शुरू ही किया था , लोग कोई कम बदमाश हैं , उनके चम्पू हेयरस्टाइल को लेकर ही सब कुछ रोल पोल ट्रोल करके नास पीट दिया | सड़क पर गिरते हैं तो नकली लगते हैं और ट्रैक्टर पर सोफा लगवा कर सर्टिफाईड नकली किसान भी |

बोलना सीधे सीधे तो छोड़िये ,भैया जी ,पर्ची पढ़ के भी नाश का सीधा सत्यानाश पीट देते हैं | और कुछ नहीं जब बचता तो आँख मार कर निकल लेते हैं टुईंईइ से | मगर अनुशासन के बहुत पसंद हैं , मजाल है पूरा पार्टी मिल कर चिट्ठी लिख दे , भैया जी , भूरी काकी से कह कर पूरा डाकखाना बंद करवा सकते हैं मगर अपने लाल के खिलाफ , न कभी नहीं हो सकता ऐसा ,भूरी काकी के रहते |


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