राजस्थान के बारां जिले में हिंदू विरोधी दंगे चल रहे हैं, मगर लिबरल-लुटियन मीडिया पूरी तरह मौन है। और हो भी क्यों न अगर दंगे हिंदुओं के खिलाफ हों तो मीडिया और सियासी जमात को मौन ही सुहाता है।
दरअसल दो युवकों को छुरा घोंपे जाने के बाद रविवार को सांप्रदायिक हिंसा फैल गयी एवं भीड़ ने दर्जनों वाहन एवं दुकानों में आग लगा दी तथा तोडफोड़ की. प्रशासन ने शहर में कर्फ्यू लगा दिया है एवं इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी है। शनिवार शाम को धरनावाड़ा सर्किल में कमल गुर्जर (32) और राकेश धाकड़ (21) को शांतिप्रिय समुदाय के चार पांच युवकों ने हमले में घायल कर दिया था। घायल युवकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है , उसके बाद गुस्से से भरे हुए परिजनों ने बाजार बंद कराने की कोशिश की, जिसके चलते दोनों समुदाय में आमने सामने की हिन्दक झड़प हो गई।
पुलिस ने हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे लेकिन दो समुदायों के लोग हाथों में डंडे, लोहे की छड़ें एवं हथियार लेकर देर शाम तक उपद्रव करते रहे. उन्होंने एक दमकल गाड़ी में भी आग लगा दी और पुलिस एवं सरकारी वाहनों समेत सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।
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