किसान आंदोलन के नाम पर चल रही तकरार के अंत होने का समय आ गया है । आखिरकार सुप्रीम कोर्ट ने आज हुई सुनवाई में महत्वपूर्ण फैसला देते हुए खालिस्तानी और कांग्रेसियों की मंशा को चित्त कर दिया है। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा है कि हम एक समिति बना रहे हैं ताकि हमारे पास स्पष्ट तस्वीर हो। हम यह तर्क नहीं सुनना चाहते कि किसान समिति में नहीं जाएंगे हम समस्या को हल करने के लिए देख रहे हैं ।


गौरतलब है कि कमेटी बनाकर सरकार बात करने को शुरू से तैयार थी। इससे पहले आंदोलन चला रहे साजिश करने वाले लोग कमेटी या बातचीत के विरोध में थे, सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद yes और no की ब्लैकमेलिंग बंद हो जाएगी।


सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा है कि ऐसा सुनने में आया है कि गणतंत्र दिवस परेड को बाधित किया जाएगा ऐसे में हम समझ नहीं पा रहे हैं कि आंदोलनकारी समाधान चाहते हैं या समस्या को और बढ़ाना चाहते हैं। इसी के साथ किसान संगठन के एक वकील ने कहा कि बुजुर्ग महिलाएं और बच्चे किसान आंदोलन में हिस्सा नहीं लेंगे उनको वापस भेजा जाएगा जिस पर कोर्ट ने कहा कि इस बयान को रिकॉर्ड कर लिया जा रहा है।

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