हाल के दिनों में कुछ राजनीतिक पार्टियां देश में भारतीय संस्कृति को नुकसान पहुंचा रही हैं और इन सबमें तमिलनाडु की स्टालिन सरकार सबसे आगे है। दरअसल जब से तमिलनाडु में DMK की सरकार आई है तब से हिन्दुओं की आस्था और उनकी संस्कृति को चोट पहुंचाया जा रहा है । हिन्दुओं के धार्मिक स्थल, मंदिरों को तोड़ने को लेकर स्टालिन सरकार की पहले ही किरकिरी हो चुकी है. बावजूद इसके स्टालिन सरकार सुधरने का नाम नहीं ले रही है। दरअसल ये ऐसे लोग हैं जिनके मन में हिंदु धर्म और हिंदुओं के लिए जहर भरा पड़ा है. ये लोग हिन्दू धर्म और उसके आराध्यों को नीचा दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं ।
इसी का एक और उदाहरण पेश करते हुए तमिलनाडु सरकार ने 32 साल के एक YouTuber कार्तिक गोपीनाथ को इस शिकायत के आधार पर गिरफ्तार करवाया है कि वो जर्जर हिंदू मंदिरों की रक्षा और मरम्मत की कोशिश के लिए रुपये इकट्ठा कर रहा था। लेकिन उस रकम का इस्तेमाल उसने अपने व्यक्तिगत कामों के लिए किया. वैसे यहां एक बात और ध्यान देने वाली है कि तमिलनाडु की स्टालिन सरकार अपने वोट बैंक को मजबूत करने के लिए खुद तो मंदिरों के जीर्णोद्धार के बजाय उसे तोड़ने का काम करती है. और जो खुद आगे आकर मंदिरों के लिए कुछ करता है उसे जेल भेजने का षडयंत्र करती है । कार्तिक गोपीनाथ 13 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कार्तिक ने एक ऑनलाइन फंडरेज़र प्लेटफॉर्म ऐप ‘मिलाप’ का इस्तेमाल करके सिरुवाचुर में कई मंदिरों के मरम्मत के लिए रुपये जुटाये थे। कार्तिक गोपीनाथ की पहचान एक राष्ट्रवादी के तौर पर है। वो डीएमके सरकार की आलोचना करते रहे हैं- संभवतः एक कारण यह भी माना जा रहा है .
इधर तमिलनाडु बीजेपी के अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने कार्तिक गोपीनाथ की गिरफ्तारी को लेकर ट्वीट करते हुए लिखा है कि तमिलनाडु में डीएमके प्रशासन विरोधियों को दबाने के लिए जबरदस्ती कर रहा है।
Spoke to his father some time back and had assured him @BJP4TamilNadu will stand behind this nationalist & our legal team will support him.
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— K.Annamalai (@annamalai_k) May 30, 2022
देखा जाए तो स्टालिन सरकार राज्य के हिन्दुओं को प्रताड़ित करने से बाज नहीं आ रही है। DMK के राज्य में बढ़ते अराजक माहौल का खामियाजा सिर्फ हिन्दू धर्म के लोगों को भुगतना पड़ रहा है क्योंकि जो भी कार्तिक गोपीनाथ की तरह सरकार के विरोध में उतरता है वो स्टालिन सरकार की आंखों की किरकिरी बन जाता है.
स्टालिन सरकार की हिन्दू विरोधी नीतियों ने तमिलनाडु को परेशान कर दिया है और आने वाले समय में भी स्टालिन का यही हिन्दू विरोधी रवैया रहा तो राज्य में रहने वाले हिंदु , स्टालिन की सरकार को सड़क पर ले आएगी इसमें कोई संदेह नहीं. !
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