पश्चिम बंगाल में हिंसा तो चुनाव से पहले भी हो रहे थे लेकिन विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से बंगाल में जो हिंसा हो रही है रक्तरंजित बंगाल की वैसी कल्पना किसी ने नही की थी. हत्या, लूट बलात्कार मानो TMC के गुंडों का सिर्फ यहीं काम रह गया है , हजारों हिंदू परिवारों को अपना बसा–बसाया घर छोड़कर अपने परिवार के साथ दूसरे जगह जाकर शरणार्थी बनकर रहना पड़ रहा है . वहीं बीजेपी के कई ऐसे कार्यकर्ता हैं जिन्हें सिर छिपाने के लिए तंबुओं में रहना पड़ा .

दरअसल TMC उन लोगों को निशाना बना रही हा जिन्होंने चुनाव में TMC को वोट न देकर बीजेपी को वोट दिया है . इस बीच पश्चिम बंगाल के हुगली जिले से जो तस्वीर सामने आयी है वो वाकई ममता सरकार की तानाशाही को दिखा रही है. हुगली में लगभग 200 बीजेपी कार्यकर्ताओं ने अपना सिर मुंडवा कर TMC में वापसी की है. इन बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बीजेपी से जुड़ना अपनी गलती बताया और प्रायश्चित के तौर पर सिर मुंडवा कर गंगा जल छिड़क कर शुद्ध होकर TMC में वापसी की. बता दें आपको अभी 2 हफ्ते पहले भी बीरभूम जिले में 300 लोगों ने भूख हड़ताल करके TMC में वापसी की थी।  

पश्चिम बंगाल में हिंसा की घटनाएं अब आम बात हो गई हैं. TMC के सत्ता में वापसी के बाद से बीजेपी कार्यकर्ताओं-समर्थकों के साथ मारपीट, हत्या और उनकी संपत्ति को नष्ट करना, महिला समर्थकों के साथ बलात्कार और छेड़खानी की घटनाएं, इसलिए हुईं क्योंकि उन्होंने TMC  के खिलाफ वोट दिया था।  

डर और भय का माहौल कमोबेश पूरे राज्य में है। TMC ऐसे लोगों की पहचान कर रही है जो बीजेपी के पक्ष में बोलते हैं उनका रोजगार छीना जा रहा है, सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से बेदखल किया जा रहा है, यहां तक कि कोविड का टीका तक लगाने से वंचित किया जा रहा है। उनके मनरेगा के कार्ड छीन लिए गए हैं और उनको अपने घरों तक में प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा। जाहिर है TMC की गुंदागर्दी पर जल्द से जल्द लगाम लगाना होगा ।


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