तालीम के नाम पर मदरसों में जो गंदा खेल खेला जा रहा वो किसी से छिपा नहीं. कहीं मज़हबी तालीम और जिहाद के नाम पर बच्चों के दिमाग में ज़हर भरा जाता है तो कहीं मदरसों में जो नापाक करतूत को अंजाम दिया जाता है उससे कौन अंजान है. कई जगहों पर तालीम के बहाने मौलवी छोटी-छोटी बच्चियों को अपनी हवस का शिकार बनाते है , वहशीपन का ये खेल चलता ही रहता है, तंग आकर वहां तालीम लेने वाली बच्चियां मदरसा आना छोड़ देती हैं, जिसकी वजह से वो तालीम से महरूम रह जाती है, कई बार हर रोज डर के साये में उसी मुल्ला के पास जाने को मजबूर होती है और वहां होने वाली छेड़छाड़ को बर्दाश्त करती है ,

दरअसल मुंबई के एक  मदरसे में अरेबिक पढ़ाने वाले टीचर ने वहां पढ़ने वाली एक नाबालिग का यौन शोषण किया, 24 साल का मोहम्मद रियाज कयामाली वहां अरबी सिखाया करता था, मदरसे में लगभग 20 से 30 छात्र अरबी सीखते थे. एक दिन नाबालिग लड़की को मौका पाकर उसने अपने पास बुला लिया. उसे वॉशरूम ले गया, जहां उसने उसका यौन उत्पीड़न किया. इसके साथ ही धमकी दी कि इस बारे में किसी को न बताएं नहीं तो वो उसे मारेगा, लेकिन लड़की रोते हुए अपने घर पहुंची और मां को सारी घटना के बारे में बताया, जिसके बाद घर वालों ने आरोपी टीचर के खिलाफ तुरंत मामला दर्ज कराया. 

पॉक्सो मामलों की एक विशेष अदालत ने 24 साल के अरेबिक टीचर को नाबालिग लड़की से यौन शोषण के लिए दोषी ठहराया. आरोपी को 5 साल कैद और 20,हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई गई.

इससे पहले कोर्ट में आरोपी के वकील ने कहा कि टीचर की तरफ से होम वर्क न किये जाने पर की गई पिटाई से लड़की डर गई होगी, शायद इसीलिए उसने ये सब घर में कहा हो. हालांकि, सरकारी वकील ने तर्क दिया कि, इस तरह की कहानी बनाने के लिए लड़की बहुत छोटी है. पीड़ित के माता-पिता के पास भी टीचर को गलत तरीके से फंसाने का कोई कारण नहीं है.

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