आखिर कौन है फैक्ट चेकर जुबेर….?? कुछ सवाल जो आपके दिमाग में आ रहे होंगे…
• क्या जुबेर हिंदुस्तानी है ?
• अगर जुबेर हिंदुस्तान का है या हिंदुस्तानी है यहां का जन्मा जाया है तो आखिर उसके घरवाले कहां है ?
• क्यों उसकी गिरफ्तारी के बाद उसके मां – बाप, भाई बहन, नाना नानी, भुआ फुंफा, मामा मामी… कोई भी सामने नहीं आया ?
• क्यों किसी पारिवारिक सदस्य ने विरोध या साथ नही दिखाया ?
तो क्या जुबेर हिंदुस्तानी नही है ?
• क्या जुबेर कहीं बाहर से अनाधिकृत तरीके से हिंदुस्तान में घुसा हुआ है ?
• क्या जुबेर भारत का नागरिक नहीं है ?
• क्या जुबेर किसी खास मिशन के तहत हिंदुस्तान भेजा गया है या लाया गया है ?
• क्या कोई बड़ी साजिश या खेल खेलने के मूड में था कोई ?
अगर आप इन सब मुद्दों पर खुद के दिमाग को टटोलोगे तो कहीं ना कहीं ये सब आपके समझ आएगा कि आखिर क्यों गिरफ्तारी के बाद लगातार जुबेर अपनी शक्ल को छुपा रहा था अपना चेहरा नही दिखा रहा था क्योंकि जब ये मामला अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तुल पकड़ा तो उसकी पहचान सामने आ जाएगी, और फिर आपके मन में तुरंत ख्याल आएगा कि जिस प्रकार से पिछले कई सालों से फैक्ट चेक के नाम पर कौमवादी हिंसा फैलाने की फिराक में था और लगातार हिंदू मुस्लिम करके केवल देश में अस्थिरता पैदा करने का प्रयासरत था और फिर राजनीतिक सोच के कारण विपक्ष और वर्तमान केन्द्र सरकार से विचारों की खिलाफत करने वाले तथा तथाकथित वामपंथी भी जुबेर के पक्ष में बोलने लगे ।
नूपुर शर्मा को लेकर कन्हैयालाल की हत्या का दोषी आखिर कौन ?
आप सब अच्छी तरह से जानते है कि नूपुर शर्मा मामले को तोड़ मरोड़कर पेश करके फैक्ट चेक के नाम पर देश में गंदगी करने का मुख्य काम जुबेर का ही था उसके ट्वीट के बाद ही सब जगह हो हल्ला शुरू हुआ और उसका अंजाम ये हुआ कि हिंदू कन्हैयालाल और उमेश कोल्हे को जान गंवानी पड़ी, नबी की गुस्ताखी के नाम पर सर तन से जुदा करने की बात करने वालों का ब्रेन वाश किया गया और आखिर हुआ क्या, देश कौमवाद की भेंट चढ़कर एक नई आग में जाने लगा, नूपुर शर्मा को लेकर मिलोर्ड ने भी टिप्पणी कर दी जबकि सच्चाई कुछ और थी दिमाग इस पूरी घटना के पीछे किसी और का था मंसूबे किसी और के थे जो देश में गंदगी करने के मूड में थे पर कितने कामयाब हुए ये आप सब जानते है ।
हिंदुत्व को बदनाम करने वाला मोहम्मद जुबेर निकला बांग्लादेशी ? जांच जारी
सूत्रों के अनुसार इस बात का पता लगा है कि पिछले 8 वर्षों से फैक्ट चेक के नाम पर हिंदू और हिंदुस्तान को बदनाम करने व लगातार हिंदुत्व को चोट करने वाला मोहम्मद जुबेर असल में बांग्लादेशी निकला, जिस हिसाब से गिरफ्तारी के बाद अपना मुंह और कान ढकने की हरकत ये कर रहा था उससे सभी को शक हो गया था कि कुछ तो गड़बड़ है और अब वो गड़बड़ सामने आ रही है फैक्ट चेक करने के नाम पर तथा नूपुर शर्मा के बयान को तोड़ मरोड़कर पेश करके देश में आतंकी गतिविधि को परोसने की तैयारी करने वाला मोहम्मद जुबेर किसी आतंकवादी से कम नहीं है सनसनीखेज़ खबर है कि मोहम्मद ज़ुबैर बांग्लादेशी नागरिक है फरीदपुर, बांग्लादेश का रहने वाला है, ढाका में पढ़ाई की है 2011 में भारत आया कुछ राष्ट्र विरोधी लोगों की मदद से भारतीय नागरिकता ली। जाँच जारी है ।
क्या जुबेर का पक्ष लेने वाले देशद्रोही है ?
जिस दिन से इस आतंकी की गिरफ्तारी हुई उसी दिन से देश में वामपंथी विचारधारा के लोग तथा हर बात पर वर्तमान सरकार और मोदी सरकार को कोसने लगे । कांग्रेस, आरजेडी, सपा, बसपा और अनेक राजनीतिक दलों के साथ साथ खुद को सामाजिक कार्यकर्ता कहने वाले भांड स्वारा भास्कर, प्रकाश राज, साक्षी जोशी, उदित राज, जिग्नेश मेवानी, कन्हैया कुमार, आदेश रावल, मीना कोटवाल, हंसराज मीना, वामन मेश्राम, दिलीप मंडल जैसे अनेकों असामाजिक तत्वों ने खुलकर जुबेर का पक्ष लिया और उसकी गिरफ्तारी का विरोध किया, सही मायने में हर बात का विरोध करने वाले ये लोग देशद्रोही और गद्दार से कम नहीं है ऐसे लोगो के खिलाफ भी कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए।
अगर हिंदुस्तानी नागरिक नहीं है तो फिर कंपनी कैसे खुली ?
ये बहुत बड़ा सवाल है कि आखिर इस तरह के व्यक्ति की कंपनी हिंदुस्तान में कैसे खुली, कैसे एमसीए में पंजीकरण हुआ, क्या क्या कागज इसने दिए, क्या क्या प्रमाण दिए, उन प्रमाणों को प्रमाणित करने वाले कौन लोग थे, इसके साथ में अन्य भागीदारों की क्या भूमिका रही, इनको पैसे देने वाले लोग कौन कौन है क्यों दिए आखिर उन लोगो ने इसकी कंपनी को पैसे ?
यही सब विषयों के साथ ये जांच का बहुत बड़ा मुद्दा है जिसे भारत सरकार पूरी तह तक जाकर सुलझाए और इसका पूरा फैक्ट चेक होना चाहिए ताकि देश में इस तरह के लोगो को ट्रैक किया जाए । तथा देश में भविष्य में ऐसी तमाम हरकतों पर अंकुश लगाया जा सके ।
DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.