एटलस साईकल के CEO ने स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या कर ली ।
65 वर्ष के सलिल कपूर जो वृद्धावस्था को प्राप्त हो चुके थे , उस व्यक्ति की ऐसी क्या स्थिति रही होगी जो आत्महत्या कर ले !!

यह वही व्यक्ति है जिसकी Net Worth 650 करोड़ रुपये है ।
यह व्यक्ति तीन मंजिला आलीशान मकान में अकेले पूजा रूम में मृत पड़ा पाया गया ।
इनकी पत्नी दुबई में अलग रहती हैं दोनों बेटों के साथ ।
इनकी मृत्यु के समय कोई नहीं था इनके आसपास ।

यह वही पत्नी और बेटे हैं जिनके लिए इस व्यक्ति ने न रात देखा होगा और न दिन ।
बस करोड़ों कमाने की धुन ।
लेकिन अंततः क्या मिला ??

एक छोटा सा पीतल का टुकड़ा जो दिमाग़ के अंदर मिला ।
वह भी साथ नहीं ले जा पाए ।

आप कितना भी पृथ्वी क्या स्वर्ग सम्राट इंद्र के सिंहासन पर भी विराजमान क्यों न हो जायें , अगर आपके अंदर आध्यात्मिकता नहीं है , तो आप इन्द्रासन क्या ब्रह्मासन से भी लटक कर आत्महत्या कर लेंगे ।

क्योंकि आनंद या शांति न इन्द्रासन में है , न पद में , न अतुलनीय धन में नहीं है , केवल और केवल मन में है ।

और मन को शक्ति मिलती है अध्यात्म से ।

जिसके जीवन में अध्यात्म में नहीं है , वह सब कुछ पाकर भी दरिद्र है ।
जिसके जीवन में अध्यात्म नहीं है वह आत्महत्या की ओर प्रवृत्त होगा ही होगा ।
जिसके जीवन में अध्यात्म नहीं है , वह अपराध की ओर प्रेरित होगा ही होगा ।
जिसके जीवन में अध्यात्म नहीं है , वह अवसाद की ओर प्रवृत्त होगा ही होगा ।
जिसके जीवन में आध्यत्म नहीं है , वह नशाखोरी की ओर अवश्य प्रवृत्त होगा क्योंकि आंतरिक आनंद से वंचित है बिचारा तो वह बाहरी आनंद या unnatural तरीके से आनंद प्राप्त करने की कोशिश करेगा ही करेगा ।
वह बाहर मुँह मारता रहेगा कभी इधर कभी उधर ।
और अंत में दारू , drugs आदि के चपेट में आकर अपना सर्वनाश कर ही लेगा ।

आत्महत्या तो आम बात हो गयी है ।
क्योंकि आज माता पिता अपने बच्चों को केवल एक ही लक्ष्य बताग रहे हैं पैसा लूटना ।
इसके अलावा कोई लक्ष्य नहीं ।
आज जितनी आत्महत्याएं हो रही हैं सबका कारण उनके माता पिता हैं ।

अभी Honey Singh जिसके गानों को सुनकर बहुत से युवा बर्बादी की राह पर चले गए , चार बोतल वोदका , काम मेरा रोज का , ऐसा व्यक्ति depression में चला जाता है और अपना सब बर्बाद कर लेता है ।
लेकिन आज podcast में वह पूर्ण विश्वास से कहता है कि उसको अगर नया जीवन मिला है तो केवल अध्यात्म से ।
आज वह अन्य युवाओं को भी यही कह रहा है कि जीवन में भले कुछ न धारण करो लेकिन अध्यात्म अवश्य धारण करो ।

आज विश्व में समस्त अपराध की जननी है अध्यात्म का अभाव ।
जीवन की हर समस्या का मूल कारण केवल और केवल अध्यात्म का अभाव ।
आज जगह जगह दारू की दुकानों पर लम्बी लम्बी lines आपको बता देंगी कि इन सभी के जीवन में अध्यात्म का अभाव है ।
आज जगह जगह वृद्धाश्रम , घर घर में लड़ाई , बलात्कार , भ्रष्टाचार , असंख्य अपराध केवल और केवल अध्यात्म के अभाव के कारण ही है ।

इसलिए जीवन में भले कुछ न हो लेकिन अध्यात्म अवश्य रहना चाहिए ।
यही आपको अनन्त शांति , अनन्त आनंद दे सकता है ।
किसी अरबों खरबों सम्पत्ति , बड़े पद प्रतिष्ठा , बड़े से बड़ा इन्द्रासन से कोई सुख नहीं मिलेगा ।
केवल और केवल अध्यात्म , अध्यात्म और अध्यात्म ।

– शुभम हिन्दू
संस्थापक
हिन्दू एकता समूह

DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.