दिल्ली आर्ट गैलरी में आयोजित “हुसैन: द टाइमलेस मॉडर्निस्ट” प्रदर्शनी को तत्काल रोकने और आयोजकों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की मांग हिंदू जनजागृति समिति ने की है। समिति का कहना है कि प्रदर्शनी में हिंदू देवी-देवताओं के नग्न और अपमानजनक चित्र प्रदर्शित किए गए हैं, जो धार्मिक भावनाओं को आहत करने के साथ-साथ समाज में सांप्रदायिक तनाव पैदा कर सकते हैं।
धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप: प्रदर्शनी में भगवान गणेश और भगवान हनुमान सहित हिंदू देवी-देवताओं को नग्न और आपत्तिजनक रूप में चित्रित किया गया है। समिति का कहना है कि यह कृत्य जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से किया गया है, जो भारतीय दंड संहिता की धारा 295ए भारतीय न्याय संहिता के 299 के तहत दंडनीय एवं गैर जमानती अपराध है।
प्रदर्शनी रोकने और चित्र जब्त करने की मांग: समिति ने पुलिस से “हुसैन: द टाइमलेस मॉडर्निस्ट” प्रदर्शनी को तुरंत बंद करने और सभी आपत्तिजनक चित्रों को जब्त करने का आग्रह किया है। उनका कहना है कि ऐसे चित्र दो धर्मों के बीच तनाव उत्पन्न कर सकते हैं, जिससे समाज की शांति और सौहार्द्र खतरे में पड़ सकता है।
चित्रों की प्रामाणिकता और वित्तीय अनियमितताओं की जांच : समिति ने कहा है कि एम.एफ. हुसैन के वर्ष 2011 निधन के बाद इन चित्रों की प्रामाणिकता पर सवाल उठता है।साथ ही, कलाकृतियों की बिक्री और प्रदर्शनी से संबंधित किसी भी वित्तीय अनियमितता या धोखाधड़ी की गहन जांच की आवश्यकता है।
आयोजकों पर कड़ी कार्रवाई की मांग : हिंदू जनजागृति समिति ने दिल्ली आर्ट गैलरी के प्रबंध निदेशक श्री आशीष आनंद और अन्य आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। समिति का कहना है कि धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले ऐसे कार्य सामाजिक ताने-बाने के लिए संकट हैं।
DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.