‘लव जिहाद’के विरोध में कानून बनाकर आदर्श निर्माण करनेवाले उत्तरप्रदेश के मामुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथजी ने अब ‘हलाल जिहाद’के माध्यम से चल रहा देशविरोधी षडयंत्र रोकने के लिए पहल की है । समाचार है कि ‘हलाल प्रमाणित’ उत्पादों के नाम पर उन उत्पादों को अवैधरूप से सर्टिफिकेशन दिए जाने के विषय में परिवाद उत्तर प्रदेश के हजरतगंज पुलिस थाने में प्रविष्ट हुई और उस पर राज्य के मुख्यमंत्री मायोगी आदित्यनाथजी ने तत्परता से ध्यान देकर कठोर कदम उठाने की तैयारी की है । इसके लिए हिन्दू जनजागृति समिति उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मायोगी आदित्यनाथजी का मनःपूर्वक अभिनंदन करते हैं । इसके द्वारा देशविरोधी गतिविधियों के लिए आर्थिक सहयोग करनेवालों पर कठोर कार्रवाई होने से देश की सुरक्षाकानून सुव्यवस्था अधिक सुदृढ होगीऐसी आशा हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीरमेश शिंदे ने व्यक्त की ।

       श्रीशिंदे ने केंद्र सरकार का ‘भारतीय अन्न सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण’ अर्थात ‘एफ्.एस्.एस्..आइ्.’ यह सरकारी प्रमाण संस्था एवं प्रत्येक राज्य की ‘अन्न एवं औषधि प्रशासन’ अर्थात ‘एफ्.डी.ए इस व्यवस्था के अस्तित्व में होते हुए धार्मिक आधार पर ‘हलाल प्रमाणिकरण’ करनेवाली अवैध संस्थाओं का रजिस्ट्रेशन निरस्त करेंऐसी मांग इस उपलक्ष्य में की ।

      श्रीशिंदे आगे बोले कि पहले केवल मांस ही ‘हलाल’ मिलता था । अब विविध खाद्यपदार्थऔषधियांसौंदर्य प्रसाधनों से लेकर हाउसिंग कॉम्प्लैक्सटूरिजममॉल आदि अनेक क्षेत्रों में ‘हलाल प्रमाणिकरण’ शुरू हो गया है । भारत में रहनेवाले १४ प्रतिशत मुसलमानों के लिए८६ शेष लोगों को समाज (हिन्दूसिक्खजैनबौद्ध आदिके लोगों को उनकी इच्छा के विरूद्ध ‘हलाल प्रमाणित’ उत्पाद बेचे जा रहे हैं । यह अत्यंत गंभीर है और एकप्रकार से धार्मिक जबरदस्ती है । हिन्दू जनजागृति समिति इस विषय में अनेक वर्षाें से जनजागृति कर रही है । समिति ‘हलाल जिहाद’ ग्रंथ प्रकाशित कर और भारी मात्रा में आंदोलन करइस समस्या को सर्वप्रथम सभी के ध्यान में लाई । समिति ने हलाल अर्थव्यवस्था द्वारा भारतविरोधी कार्रवाइयों के लिए आर्थिक सहयोग की आपूर्ति का षड्यंत्र उजागर किया । माननीय योगीजी ने इस पर ध्यान देकर उस पर कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया हैजो कि अभिनंदनीय है और देशभर के सभी मुख्यमंेित्रयों को इसका अनुकरण करना चाहिए ।

श्री. रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति

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