दिनांक 14 अप्रैल को मथुरा में यमुना जयंती के अवसर पर यमुना माता की पूजा बड़े ही हर्षोउल्लास के साथ की गई। पूजा में हजारों की संख्या में धर्मप्रेमी, मथुरा वृन्दावन के भक्तगण, संत महात्मा, युवा सभी उपस्थित थे। इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओं द्वारा “यमुना संरक्षण अभियान” चलाया गया। इस अभियान में समिति के कार्यकर्ताओं द्वारा यमुना संरक्षण के पोस्टर्स लेकर यमुना जी के तट पर खड़े होकर समाज को जागरूक किया गया ।

जिस यमुना माता के तट पर कभी भगवान श्री कृष्ण ने अपने चरण रखे थे। वह आज प्रदूषित है, यह एक चिंता का विषय है।  यमुना नदी को स्वच्छ और निर्मल बनाने हेतु अनेक संत महात्मा अनेक वर्षों से प्रयासरत हैं। जीवनदायिनी माँ यमुना की स्वच्छता की जिम्मेदारी केवल संत महात्मा की नहीं अपितु प्रत्येक व्यक्ति की है। यमुना जी सुरक्षित हैं तो हमारा जीवन सुरक्षित है यह हमें समझने की आवश्यकता है।

इस हेतु समिति द्वारा समाज को यमुना संरक्षण अभियान के लिए जागरूक करने हेतु अपने परिचित, धर्मप्रेमी, हितचिंतक को आमंत्रित कर सभी को सहभागी करवाकर लेने का प्रयास किया गया। इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगलेजी ने बताया कि मथुरा के विश्राम घाट पर यमुना जी की स्थिति विकट है। आज औद्योगिक प्रदूषण से यमुना जी को बचाना आवश्यक है। कंस का वध करने के बाद श्री कृष्ण जी ने जहाँ विश्राम किया था यह वही विश्राम घाट है। आज यमुना जी का प्रकट उत्सव है, यमुना जी को बचाना अर्थात कृष्ण जी के लीला उनके अवतारी कार्य को बचाना है।  इतना महान कार्य इस यमुना जी को बचाने के माध्यम से करना है।  इस कार्य में सभी जुड़ें ऐसी विनती है।

हिन्दू जनजागृति समिति के प्रवक्ता श्री नरेंद्र सुर्वे जी ने कहा माँ यमुना जी का आशीर्वाद लेने के लिए अभी एकत्रित हुए हैं। दिवाली पर पटाखों पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाता है परन्तु देश के अंदर जो हमारी नदियां हैं वो प्रदूषित होती जा रही है, सरस्वती नदी तो लुप्त हो गई तो क्या हम यमुना जी के लुप्त करने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। हम सभी को यमुना बचाव के अभियान में सहभागी होना है सभी ने मिलकर यमुना जी का बचाव करना है। जिस प्रकार गिलहरी ने राम सेतु निर्माण के लिए अपना योगदान दिया था उसी प्रकार हमें भी अपना सहयोग यमुना जी के बचाव के लिए देना है।

उपस्थित लोगों ने समिति के कार्य को प्रशंसा की तथा कहा की इस अभियान के अंतर्गत लोगों को आगे भी जागरूक करते रहेंगे। कुछ लोगों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यमुना जी को निर्मल करने के लिए सभी को सहयोग देना होगा, पहले नदियों में अधिक पानी था परन्तु अब नदियां सूख रही है तथा प्रदूषित हो गई है। जल और पर्यावरण हमारे जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। हमें इनके संरक्षण के लिए सभी संभव प्रयास करने चाहिए। कुछ लोगों ने अन्य लोगों से अपील की कि वे प्लास्टिक और अन्य कचरे को नदी में न बहाएं और उन्हें कूड़ेदान में डालें। कुछ लोगों ने कहा कि हम सभी मिलकर जल एवं पर्यावरण को स्वच्छ और सुरक्षित बना सकते हैं। यमुना का संवर्धन ही हमारा जीवन है ऐसा भी लोगों ने कहा।

इस जनजागृति अभियान के द्वारा हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा लोगो से आवाहन किया गया कि वे कूड़ा-कचरा यमुना जी में न फेंके।

श्री. रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता,हिन्दू जनजागृति समिति

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