हिन्दुओं में शौर्य जागरण करने के लिए गदापूजन आवश्यक !

    हिन्दुओं का इतिहास शौर्य एवं पराक्रम का हैअनेक वर्ष सशस्त्र संग्राम कर प्राप्त की हुई स्वतंत्रता के पश्चात ‘दे दी हमें आजादी बिना खड्ग बिना ढाल…’ इस प्रकार झूठा संदेश प्रसारित कर हिन्दुओं की भावी पीढियों को शौर्य से वंचित किया जा रहा है । गत 75 वर्षाें में हिन्दुओं का शौर्य जागृत होऐसे कार्यक्रम होते हुए दिखाई नहीं देते । इस दृष्टि से ही हिन्दुओं में शौर्यजागरण हो एवं प्रभु श्रीराम की कृपा से रामराज्य अर्थात हिन्दू राष्ट्रस्थापना को बल मिलेइसलिए श्री हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में हिन्दू जनजागृति समिति एवं समविचारी हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन की ओर से देशभर में 800 स्थानों पर ‘गदापूजन’ किया गया ।

     इस अवसर पर शंखनाद से कार्यक्रम का आरंभ हुआ । तदुपरांत सामूहिक प्रार्थना, ‘गदापूजन’ विधिश्री हनुमान की आरतीस्तोत्र एवं ‘श्री हनुमते नम:’ सामूहिक नामजप किया गया । इसके साथ ही ‘धर्मसंस्थापना के लिए हनुमानजी के गुण कैसे आत्मसात करें’ इस विषय में मार्गदर्शन भी किया गया । कार्यक्रम के अंत में ‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए प्रतिज्ञा’ की गई ।

    हिन्दुओं के प्रत्येक देवता का रूप देखने पर देवता का केवल एक हाथ आशीर्वाद देनेवाला, तथा अन्य सभी हाथों में विविध प्रकार के अस्त्रशस्त्र हैं । उस दृष्टि से देवताओं के शस्त्रों का पूजन करने से हिन्दुओं में शौर्य जागृत होने में सहायता होगी । इस वर्ष श्रीराम नवमी की शोभायात्रा पर अनेक राज्यों में भीषण आक्रमण हुए । हिन्दुओं को लक्ष्य बनाकर उनका मनोबल तोडा गया है । इस गदा पूजन के माध्यम से पुनहिन्दुओं को बल मिलेगा । हिन्दुओं में शौर्य धधकता रहेइसलिए त्योहारउत्सव के समय प्रतीकात्मक शस्त्र पूजन होना चाहिएऐसी इस कार्यक्रम के पीछे भूमिका हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीरमेश शिंदे ने इस अवसर पर प्रस्तुत की ।

 समर्थ रामदासस्वामीजी द्वारा स्थापित किए हुए 11 श्री हनुमान जी के स्थानों पर भी गदापूजन किया गया । इनके साथ ही महाराष्ट्रमेंमुंबईठाणेरायगडपुणेसातारासोलापुरकोल्हापुररत्नागिरीसिंधुदुर्गसंभाजीनगरनासिकधुळेजलगांवनागपुर एवं अमरावतीकर्नाटक में बागकोटधारवाडशिवमोग्गाउडुपीदक्षिण कन्नडमैसूरतुमकूरबेंगलुरू एवं बेलगांवगोवा में फोंडा एवं साखलीउत्तर प्रदेश में मथुरा सहित दिल्लीझारखंड एवं राजस्थान में भी सामूहिक ‘गदापूजन’ उत्साह में संपन्न हुआ । इन कार्यक्रमों में संतों की वंदनीय उपस्थिति थी । इसके साथ ही विविध हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के पदाधिकारी एवं भारी संख्या में युवावर्ग भी उपस्थित थे ।

रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति

DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.