देश में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ में वर्चुअल बैठक की। बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे गैर जिम्मेदार तरीके से पेश आए। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोनावायरस पर तमाम मुख्यमंत्रियों को संबोधित कर रहे थे तब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कुर्सी पर बैठकर तमाम मुद्राएं बदल रहे थे और यह दर्शा रहे थे कि उनकी रुचि बिल्कुल भी बैठक में नहीं है।


 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन इस बैठक में तकरीबन 30 मिनट चला और उस दौरान मोदी जी ने केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर तालमेल पर बातचीत की इस पूरी मीटिंग में अरविंद केजरीवाल कभी कुर्सी पर टेढ़े होकर बैठे, कभी पीछे हो कर बैठे, कभी आगे होकर बैठे और लगातार आलस्य में ऊंघते रहे।


दूसरी तरफ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे मोदी जी के संबोधन के दौरान लगातार फोन पर व्यस्त नजर आए। उद्धव ठाकरे पूरी मीटिंग के दौरान कभी फोन सुनते दिखे तो कभी मोबाइल चलाते दिखे। हैरानी की बात यह है कि देश के दो महत्वपूर्ण सूबों के मुख्यमंत्रियों का इस तरह से गैर जिम्मेदार व्यवहार बताता है कि दिल्ली और महाराष्ट्र में कोरोना के मामले तेजी से क्यों बढ़ रहे हैं। कोरोना को लेकर अरविंद केजरीवाल और उद्धव ठाकरे की बॉडी लैंग्वेज दर्शा रही है कि यह लोग अपने राज्यों में कोरोना को लेकर कितने गंभीर हैं।

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