उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ का शासन अपराधियों की कमर तोड़ने के लिए निष्ठा के साथ काम कर रहा है। योगी सरकार का इकबाल इतना बुलंद है कि वह अपराधियों के आर्थिक सर्किट को नष्ट करने के लिए उनकी संपत्तियों को कुर्क करने में किसी भी तरह की कोताही नहीं बरत रही है और यदि संपत्ति कुर्क होने के काबिल नहीं है तो योगी महाराज का बुलडोजर अपराधियों के इन ठिकानों को नेस्तनाबूद कर देता है।  राजधानी लखनऊ में कमिश्नरेट पुलिस ने भू-माफिया अजमत अली और उसके पुत्र की अवैध रूप से बनाई गई सम्पत्तियों को कुर्क कर दिया है। कुर्क की गई इन सम्प्पतियों की कीमत दो अरब चौवन करोड़ दो लाख दो हजार नौ सौ इक्वायन रुपये है।

उत्तर प्रदेश में यह अब तक सबसे बड़ी कुर्की कार्रवाही बतायी जा रही है। इस शातिर भू-माफिया ने अपराध के माध्यम से इन सम्पत्तियों को हासिल किया था। एसीपी ने बताया कि अजमत अली ने 1995 में कैरियर कॉन्वेंट एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट बनाकर सरकारी रास्तों, चकरोड, व सरकारी जमीनों पर कब्जा करना शुरू कर अवैध संपत्तियां खड़ी कर दीं।



पुलिस कमिश्नरेट ने भू-माफिया अजमत अली के सभी खाते सीज करते हुए उसके पुत्र तथा उसके ट्रस्ट के नाम से उसके घैला गांव में स्थित जिन सम्पत्तियों को आज सीज किया गया है,उसमें कुमार इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड हॉस्पिटल,एमबीबीएस बॉयज हॉस्टल,करियर पी जी इंस्टीयूट ऑफ डेंटल साइंस एंड हॉस्पिटल, नर्सिंग होम, स्टेडियम, भवन, इंटर्न बॉयज हॉस्टल,कैम्पस,बीडीएस गर्ल्स हॉस्टल, बीडीएस गर्ल्स हॉस्टल समेत कई इमारतें हैं इन इमारतों को भु-माफिया अजमत अली ने अपने गैंग के सहयोग से सरकारी जमीनों पर कब्जा कर बनाया था।

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