हां जी, तो बड़ी खबर ये है कि केंद्र सरकार के मंत्री श्री नारायण राणे जी को आज महाराष्ट्र पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसी केंद्र सरकार के मंत्री को जो लगातार दूसरी बार 300+ सीटों के साथ सत्ता में आई है, उसी केंद्र सरकार के मंत्री को जिसके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह है। विश्वास नही हो रहा ना कि इतनी ताकतवर केंद्र सरकार के मंत्री को एक राज्य की पुलिस कैसे गिरफ्तार कर सकती है ??

तो बहुत सीधी सी बात है…
1.जो केंद्र सरकार बंगाल और केरल में अपने कार्यकर्ताओं को मरने से नही बचा सकी,
2.जो केंद्र सरकार ट्विटर जैसी मामूली संस्था के आगे झुक गयी,
3.जो केंद्र सरकार देशविरोधी गतिविधि करने वाले राकेश टिकैत जैसे व्यक्ति को गिरफ्तार नही करवा सकी
और
4.जो केंद्र सरकार स्वयं को हिंदूवादी कहते हुए भी पालघर के साधुओं को अभी तक न्याय नही दिलवा सकी आखिर उस केंद्र सरकार से और क्या उम्मीद की जा सकती है ??
ये बात तो नारायण राणे जी को समझ में आनी चाहिए थी कि जिस सरकार के दम पर वो बयान दे रहे है वो सबका साथ सबका विश्वास के खोखले नारे पर टिकी है, वो आपकी गिरफ्तारी रोक ही नही सकती थी। अगर ऐसा करती तो अपने प्रिय उद्धव ठाकरे और शिवसेना का विश्वास कैसे जीतेगी ??

लेकिन आश्चर्य की बात ये है कि नारायण राणे जी को गिरफ्तार क्यों किया गया ? सिर्फ मुख्यमंत्री के विरुद्ध बोलने के लिए। ऐसा इस देश में कब से होने लगा और यदि हो भी रहा है तो फिर वो लोग गिरफ्तार क्यों नही हुए जो प्रधानमंत्री को दिनभर गाली देते रहते है, उनका मजाक उड़ाते रहते है।
अरे लेकिन ये भी कोई सवाल है, प्रधानमंत्री जी को अभी शांति का नोबेल चाहिए इसलिए वो शांत बैठे हुए है, साथ ही उन्हें सबका विश्वास भी तो जीतना है।

लेकिन आपको पता नही अब केंद्र सरकार इस घटना के बाद पूरी तरह से सक्रिय हो गयी। केंद्र सरकार के अधिकतर मंत्री अब ट्विटर पर कड़ी निंदा, आलोचना, भर्त्सना, मौनव्रत इत्यादि के माध्यम से अपना क्रोध जाहिर कर रहे है। ये कोई छोटी बात है, पता है ये सब करने के लिए कितनी हिम्मत चाहिए।

नारायण राणे जी भी सोच रहे होंगे कि इससे बढ़िया तो मैं शिवसेना में ही ठीक था, वहां किसी को कुछ भी कह दो गिरफ्तारी तो दूर की बात बल्कि पार्टी खुश होती थी। पता नही किस अशुभ घड़ी में भाजपा को जॉइन करने का ख्याल आया, भाजपा में आये हुए और मंत्री बने 1 वर्ष भी सुख शांति से नही बिता और गिरफ्तारी हो गयी। पता नही आगे सबका विश्वास जीतने के लिए क्या क्या देखना पड़ेगा।

चलिए खैर देखते है इस बार हिन्दू सम्राट और चाणक्य जी कौनसा मास्टरस्ट्रोक प्लान बनाते है…
वैसा ही मास्टरस्ट्रोक प्लान जो उन्होंने पालघर हत्याकांड के समय बनाया था
वैसा ही मास्टरस्ट्रोक प्लान जो उन्होंने CAA प्रदर्शन के दौरान बनाया था
वैसा ही मास्टरस्ट्रोक प्लान जो उन्होंने राकेश टिकैत और खालिस्तान आंदोलन के लिए बनाया था
शायद वैसा ही मास्टरस्ट्रोक प्लान इस बार भी बनाया जा रहा होगा।
अब हम ठहरे एक सामान्य नागरिक जितना सोच सकते थे लिख दिया, बाकी हमे इंतज़ार रहेगा मास्टरस्ट्रोक का।

अंत में, जिस मुख्यमंत्री के विरुद्ध बोलने पर ये गिरफ्तारी हुई जरा एक बार उनके मधुर शब्दों को भी सुन लीजिए और बताइए कि अब इनके साथ क्या होना चाहिए ??

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