टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने अखबार ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ को दिए इंटरव्यू में एक सनसनीखेज खुलासा किया है नीरज चोपड़ा ने अपने इंटरव्यू में बताया है कि गोल्डन थ्रो फेंकने से पहले उन्हें उनका भाला मिल नहीं रहा था, वो उसे चारों तरफ ढूंढ रहे थे… तभी उन्होंने देखा कि पाकिस्तान के एथलीट अशरद नदीम उनका भाला लेकर घूम रहे हैं उन्होंने उनसे फौरन अपना भला मांगा जिसे अरशद ने दे दिया। नीरज चोपड़ा के मुताबिक उन्होंने पहला थ्रो इसलिए जल्दबाजी में फेंका क्योंकि उनका भाला मिल नहीं रहा था।
अब बड़ा सवाल यह उठता है कि जिस तरह से लिबरल मीडिया ने पाकिस्तान के एथलीट को अपना हीरो बनाया था और कई लिब्रांडू ने यह भी लिखा था कि अरशद नदीम ने नीरज चोपड़ा को अपना भाला दिया था जिससे नीरज चोपड़ा पदक जीत सके। कितनी शर्म की बात है कि भारत के एथलीट पदक जीतते हैं और भारत में रहने वाले कई लोग पाकिस्तान के लिए एथलीट का गुणगान करने लगते हैं वह भी बिना तथ्यों की जांच परख किए।
अचरज की बात है कि नीरज चोपड़ा के गोल्ड जीतने के बाद पाकिस्तान के नदीम को भारत के लिबरल लोगों ने हीरो बनाना शुरू कर दिया था मगर अब जब नीरज चोपड़ा ने यह इंटरव्यू देकर खुलासा किया है कि अरशद नदीम उनका जैवलिन लेकर घूम रहे थे तब ऐसे में अब लिबरल समाज बिल्कुल चुप है।
अक्सर पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर खेल भावना को आहत करने के आरोप लगते रहे हैं क्रिकेट के खेल में भी पाकिस्तान के खिलाड़ी बोल के साथ टेंपरिंग करते हैं ऐसे में अरशद नदीम का थ्रो फेंकने से पहले नीरज चोपड़ा का भाला छुपाना आखिर किस ओर इशारा करता है?
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